कसरावद। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर विशाल रैली समाज ने निकाली। जिसमें पारंपरिक वेश-भूषा में आदिवासी समाज की महिला एवं पुरुष शामिल हुए। इस बार की रैली हर साल निकाले जाने वाली रैली से एकदम अलग थी। इस बार रैली में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए। वहीं मणिपुर में हुई घटना को लेकर आदिवासियों ने जमकर रोष जताया है। विजय स्तंभ पर वापस आने पर आदिवासियों ने मणिपुर की घटना पर जमकर की नारेबाजी व की फांसी देने की मांग इस घटना को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन किया और मणिपुर के दोषियों को फांसी की मांग की गई है। रैली कसरावद कृषि मंडी प्रांगण से शुरू हुई जो विजय स्तंभ चौराहा होते हुए इंदौर रोड छोटा नाका कुशवाह मोहल्ला यादव मोहल्ला होते हुए मंडलेश्वर रोड न्यू निमाड़ टॉकीज होते हुए विजय स्तंभ पहुंची जहां मणिपुर की घटना को लेकर आदिवासियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन नारेबाजी की गई। विरोध प्रदर्शन के बाद कसरावद एसडीएम कार्यालय पर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। रैली का समापन कसरावद कृषि मंडी में किया गया। रैली में शामिल लोगों ने बताया कि मणिपुर में जो घटना हुई है, उससे पूरे देश में आक्रोश है। आदिवासी समाज भी इसका विरोध प्रदर्शन करता है। इस अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों से भी सैकड़ों की संख्या में सामाजिक लोगों ने कसरावद आकर रैली में हिस्सा लिया है। कसरावद के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग में निवासरत है, जिससे कसरावद में विशाल रैली निकाली गई है। और विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासियों के द्वारा मणिपुर की घटना को लेकर एसडीएम कार्यालय पर दिया ज्ञापन।