गायत्री परिवार की बहनों द्वारा कसरावद तहसील के देवग्राम खामखेड़ा में 12 बहनों का सामूहिक गर्भ पूजन संस्कार संपन्न कराया गया। आयोजन की मुख्य वक्ता श्रीमती सोना कुशवाह ने भारतीय संस्कृति के सोलह संस्कारो की पुण्य परंपरा से नई पीढ़ी के निर्माण के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक सूत्र बताए।
संगीता विश्नोले ने गर्भ का ज्ञान- विज्ञान बताते हुए गर्भवती बहनों को नौ माह तक अच्छे विचार और अच्छा आहार करने की प्रेरणा दी। सुनीता पाटीदार ने वैदिक पद्धति से संस्कार संपन्न कराते हुए कहा कि माँ के मन से ही बच्चे का मन बनता है। मांँ जैसा सोचती है, चाहती है, वैसा ही बच्चा बनता है। बच्चों का निर्माण 80% गर्भ में ही हो जाता है शेष 20% बाहर आकर होता है। जैसी हम संतान चाहते हैं उसी दिशा में हमारा चिंतन चरित्र और व्यवहार भी होना चाहिए ।
इस अवसर पर जन जागरूकता कार्यक्रम में प्रोजेक्टर से गर्भ का ज्ञान विज्ञान डाक्यूमेंट्री फिल्म दिखाई। साथ ही योगेश पाटीदार और संजय विश्नोले ने गायत्री परिजनों के साथ अपनों से अपनी बात में आगामी योजनाओं के विषय में चर्चा की।खामखेड़ा शाखा की महिला मंडल और प्रज्ञा मंडल के परिजनों ने अपने सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाया । आभार खामखेड़ा चेतना केंद्र प्रभारी सुरेश लेवा द्वारा किया गया ।