चित्तौड़गढ़। ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र पर अहमदाबाद सेवा केंद्र से पहुंचे ब्रह्मा कुमार भाइयों ने कहा समय बड़ा बलवान है संसार चक्र में जो समय चल रहा है उसे पहचानना बहुत आवश्यक है। समय जो है वह तो है ही हम नया उत्पन्न नहीं कर सकते एक बार हाथ से निकल जाता है तो दोबारा नहीं आता है। इसलिए कहा जाता है कि समय को आगे बाल है पीछे गंजा है जो मौका मिलता है वह लेकर आगे बढ़ जाओ। हर एक को प्रतिदिन 24 घंटे का समय सामान्य रूप से मिला हुआ है लेकिन समय रूपी संपत्ति को गवाना या सफल करना तो हर एक मनुष्य के हाथ है। इस समय को गवाना नहीं है । उन्होंने कहा कि समय के ऊपर हमें टेंशन देना है कई बार हम अपने को भाग्य को भगवान को कुदरत को साथियों को सरकार को समाज को घोषित करते रहते हैं परंतु हमें इसमें भी टाइम नहीं करवाना है हमें हर हाल में हर चाल में कोई न कोई रास्ता निकल कर आगे बढ़ना है। दूसरी बात हमें ध्यान रखना जरूरी है कि दूसरों को बदलने ना निकले हम अपनी जिम्मेवारी ले अपने मन वचन कर्म को ठीक रखें। उन्होंने कहा कि कई बार हम सोचते हैं कि हमने इतना अच्छा व्यवहार किया उन्होंने बहुत कुछ नहीं किया शुक्रिया भी नहीं किया कई बार हमें अपने साथ कुछ गलत भी हो जाता है नुकसान भी हो जाता है तो हम लंबे समय तक पश्चाताप करते हैं दुखी होते हैं, यह भी समय गंवाना है। यदि हमसे कोई भूल हो जाए तो भूल को सुधार करें बीती को भूल कर सबक सीख कर आगे बढ़ जाए ताकि वह अटक जाए। हमें भविष्य की चिंता नहीं करनी है चिंतन करें भावी योजना बनाए लेकिन चिंता ना करें जो वर्तमान समय को सफल करता है उसका भविष्य उज्जवल होता है बाकी संसार खेल में जो होना है वह होना ही है। हम अपनी यथासंभव अच्छी तैयारी करें । चिंता करने से हमारी शक्ति और खर्च होती है और उसी स्थिति में निर्णय भी ठीक नहीं हो पाते इस प्रकार जीवन में समय को हमें व्यर्थ नहीं करना है। समय की पुकार है कि स्वयं को आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली बनाना है मनोबल बढ़ाना है क्योंकि जीवन में बाहरी सांसारिक परिस्थितियों को हमें आंतरिक स्थिति से ही जीतना है इसलिए हमें अपने आत्मिक शक्तियों का विकास करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें परमात्मा पिता का साथ लेना है जो सर्वशक्तिमान है जब हम अपना साथी और सारथी बना लेते हैं और उनके मार्गदर्शन पर जीवन के रस को चलाते हैं तो हम निश्चिंत निर्भय हो जाते हैं और हमारे अंदर हिम्मत धीरज और विवेक से परिस्थितियों को पार कर लेते हैं। आवश्यकता है अब हमें स्वयं को निमित्त समझ कर कार्य करें भगवान को अपने जीवन का मालिक बना दे तो हम बहुत हल्के रहेंगे और कोई भी कठिन समस्याओं का परिस्थितियों का हमारे ऊपर वार नहीं होगा। क्योंकि समय किसी के लिए रुकता नहीं है समय बड़ा बलवान है इसलिए समय के महत्व को जाने और उसे सफल करें। एक-एक क्षण एक-एक श्वास परमात्मा पिता की याद में सफल करें ताकि आने वाले समय में हम हर समस्या को समाधान के रूप में परिवर्तन कर सकें। अहमदाबाद सेवा केंद्र से पधारे बीके जगदीश भाई राज नारायण भाई सुधांशु भाई नागराज भाई श्रीनिवास भाई नवीन भाई बुरा लाल भाई अक्षय भाई आदि करीब 25 भाइयों ने अपने विचार व्यक्त किए । आशा दीदी ने सभी का स्वागत किया।