भोपाल। सत्ता मे ज़्यादा से ज़्यादा क्षत्रियों की भागीदारी, क्षत्रिय कल्याण बोर्ड, स्वर्ण आयोग और सनातन बोर्ड का गठन और लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्म परिवर्तन जिहाद रोकने के लिए कड़े क़ानून बनाने जैसी मांगों को लेकर रविवार को बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान में करणी सेना से जुड़े लोग इकठ्ठा होंगे। सेना के पदाधिकारियों ने बताया मध्यप्रदेश मे होने वाले इस महा पड़ाव में प्रदेश और देशभर के लाखों क्षत्रिय आएंगे जो अपनी कई मांगो को लेकर जंगी प्रदर्शन करेंगे। साथ ही देश भर से कई संत महात्मा भी इस महापड़ाव का हिस्सा बनेंगे ।
सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राज शेखावत और मध्यप्रदेश के अध्यक्ष इन्दल सिंह राणा ने बताया कि राजनैतिक पार्टियां सालों से क्षत्रियों की उपेक्षा करती आई है । यह अब नहीं चलेगा इसका बीड़ा क्षत्रिय करणी सेना ने उठाया है। इस महापड़ाव का क्षत्रियों के और समस्त सनातनियों के हितों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करना है । महापड़ाव का मुख्य उद्देश्य आने वाले विधानसभा चुनावों में क्षत्रियो की ज़्यादा से ज़्यादा भागीदारी सुनिश्चित करना है । सहमति नहीं बनने पर चुनावों मे क्षत्रियों द्वारा करारा जवाब इन राजनैतिक पार्टियों को दिया जाएगा ।
यह हैं मांगे
सत्ता मे ज़्यादा से ज़्यादा क्षत्रियों की भागीदारी।
क्षत्रिय कल्याण बोर्ड, स्वर्ण आयोग और सनातन बोर्ड का गठन।
लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्म परिवर्तन जिहाद रोकने के लिए कड़े क़ानून बनाना।
क्षत्रिय छात्रों के लिए हर जिले में होस्टल का निर्माण।
महापुरुषों और वीरांगनाओं का इतिहास संरक्षित करना।
जनसंख्या नियंत्रण क़ानून लागू करना।
गौ हत्या रोकने के लिए कड़े क़ानून बनाना।
हिंदुस्तान को हिंदू सनातन राष्ट्र घोषित करवाना।
सभी भूतपूर्व सैनिकों, अर्धसैनिक बलों और शहीदों के परिवारों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरियों में प्रधानता देना।
एट्रोसिटी एक्ट का दुरुपयोग रोकने के लिए कड़े क़ानून बनाना।
मठ मंदिरों पर से सरकार का अंकुश ख़त्म करना।
समान नागरिक संहिता (UNIFIED CIVIL CODE) को संपूर्ण हिंदुस्तान मे तुरंत प्रभाव से लागू करवाने के लिए प्रयास करना।