नीमच। जिला अस्पताल में आने वाले गरीब दीन दुखियों बीमार लाचार लोगों के साथ वाहन पार्किंग ठेकेदार द्वारा अवैध रूप से वसूली की जाकर उनका शोषण किया जा रहा है और यदि इस अवैध वसूली के विरुद्ध कोई आवाज उठाता है तो ठेकेदार के लोगों द्वारा उसके साथ अभद्रता पूर्वक व्यवहार किया जाता है। ऐसा नहीं है कि नीमच जिला अस्पताल के इस शोषण की जानकारी जिम्मेदारों को पता नहीं है सभी को सब पता है पर सब मोन है।
उक्त जानकारी पूर्व पार्षद बाबूलाल नागदा ने देते हुए बताया कि किस तरीके से वाहन पार्किंग के नाम पर ठेकेदार के लोगों द्वारा नियम विरुद्ध वसूली की जा रही है जिसका जीता जागता उदाहरण नीमच जिला चिकित्सालय में देखने को मिलता है। एक वाहन टू व्हीलर वाहन के 20 रूपये लिए जा रहे हैं और यदि वह टू व्हीलर दिन में तीन बार आ गया तो उसे 60 रूपये देने पड़ेंगे। जबकि नियम यह है कि यदि एक बार एक रसीद कट जाती है तो उसको दिन में तीन बार चार बार मान्य किया जाना चाहिए है। ठेकेदार द्वारा की जा रही अधिक वसूली के बारे में कोई विरोध करता है तो उसको खुलेआम धमकाया जाता है। यह पूरा वाक्या जब मैंने देखा और नागरिकों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि भाई साहब इनके द्वारा यहां आए दिन यहां आने वाले मरीजों के परिजनों के साथ दादागिरी और मारपीट तक की जाती है। कोई कुछ नहीं बोल सकता है। इन लोगों की खुली दादागिरी है। इस अवैध वसूली को लेकर बाबूलाल नागदा ने जिलाधीश तथा 181 सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही उच्च अधिकारियों से मांग की है कि वे इस ओर ध्यान दें और जो शुल्क दर्शाया गया उसी के अनुरूप वसूली की जाए। यहां फ्लेक्स-बैनर लगाकर किराया प्रदर्शित किया जाए।