चित्तौड़गढ़। क़स्बा बड़ीसादड़ी में किसानों को फसल खरीद की राशि भुगतान के लिए एसबीआई बैंक से 9 लाख रुपए नगद लेकर कृषि उपज मंडी जा रहे फर्म के मुनीम से 30 जनवरी को हुई दिनदहाड़े लूट के मामले का खुलासा करते हुए शनिवार को बड़ीसादड़ी पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में से तीन आरोपी चित्तौड़गढ़ सहित कई जिलों में चोरी और लूट के मामलों में लिप्त पाये गए है।
थाना अधिकारी रायसल सिंह शेखावत ने बताया कि 30 जनवरी को दोपहर को बड़ीसादड़ी की मंशालाल, जीवनसिंह नागोरी नाम की फर्म का मुनीम मानपुरा निवासी प्रेमसिंह रावत एसबीआई शाखा बड़ीसादडी से चैक के माध्यम से 9 लाख रूपये नगद निकलवाकर मोटरसाइकिल से फर्म की दुकान पर ला रहा था। तभी कृषि मंडी से कुछ आगे सब्जी मंडी के पास एक लाल रंग की मोटरसाइकिल पर सवार हेलमेट पहने दो व्यक्तियों ने चलती बाइक से ही रुपयों का टंगा हुए बेग खींच कर भाग गए। जिनका मुनीम ने अपनी मोटरसाईकिल से पीछा किया। परन्तु लुटेरे भागने में सफल हो गये। घटना की रिपोर्ट पर बड़ीसादड़ी थाना पर लूट का मामला दर्ज कर जांच की गई। पुलिस द्वारा विशेष टीम गठित कर बड़ीसादड़ी व आसपास के गांवों में लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किये। जिले की साइबर टीम से तकनीकी सहायता ली गई। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को जब्त की गई।
सूचना के आधार पर भीण्डर बस स्टैंड पहुंच कर संदिग्ध शम्भूलाल रावत को डिटेन कर पूछताछ की गयी। पुलिस पूछताछ में शंभूलाल रावत ने बताया कि मामले में आरोपियों ने घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया है। मामले में पप्पूसिंह, विनोद वैष्णव, शंकरसिंह मीणा, शम्भूलाल रावत को गिरफ्तार किये गए। गिरफ्तार आरोपियों से लूटे हुए नौ लाख रुपयों की बरामदगी के प्रयास किये जा रहे है। गिरफ्तार आरोपी शम्भूलाल पुत्र मोहनलाल रावत के खिलाफ हत्या, चोरी, लूट, नकबजनी, शराब तस्करी के चित्तौड़गढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा जिलों में एक दर्जन से ज्यादा प्रकरण दर्ज है। वहीं आरोपी पप्पूसिंह पुत्र गणपतसिंह राजपूत, शंकरसिंह पुत्र किशनसिंह मीणा के खिलाफ लूट, नकबजनी, चोरी के आधा दर्जन प्रकरण दर्ज है।
उक्त कार्यवाई में थानाधिकारी बड़ीसादडी रायसल सिंह, हैड कॉन्स्टेबल दुर्गा प्रसाद, कॉन्स्टेबल रोहिताश, बहादुर सिंह, सुरेंद्र सिंह, रूपाराम, कलीराम, सुभाष, भग्गाराम, लक्ष्मीनारायण, धर्मीचंद, बाबूलाल, अशोक, प्रकाश, सत्यप्रकाश, साइबर सेल चित्तौड़गढ़ के हैड कानि कांस्टेबल रामावतार, कमलेश धाकड़। विशेष योगदान बहादुरसिंह ने मुखबिरों से सूचना संग्रहित कर अज्ञात आरोपियों तक पहुंचाने मे अहम भूमिका निभाई।