सिधी। मध्यप्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने शुक्रवार को भाजपा छोड़ दी। उन्होंने कहा कि BJP की कथनी और करनी में अंतर है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को अपना इस्तीफा भेजा। वे 2018 से राज्यसभा सदस्य हैं। वह सीधी से लोकसभा टिकट नहीं मिलने से नाराज थे।
भाजपा ने इस बार सीधी से डॉ. राजेश मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। 2019 में रीति पाठक इस सीट से सांसद चुनी गई थीं। सांसद ने शनिवार सुबह मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि मेरी अभी किसी भी पार्टी में जाने की और चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं हैं।
राजनीति मेरे लिए सेवा का माध्यम थी
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि राजनीति सही मायने में हमारे लिए सेवा का माध्यम थी, धन अर्जन का नहीं। लेकिन आज कुछ परिस्थितियां ऐसी निर्मित हो गई है, कि मैं अपने आप को भारतीय जनता पार्टी के अनुकूल नहीं मान पा रहा हूं। इसलिए मैंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है।
सांसद ने कहा कि वर्तमान में लोकसभा के चुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशी की घोषणा की है। मेरा किसी प्रत्याशी से विरोध नहीं है। लेकिन पार्टी की जो कार्यप्रणाली है, पार्टी की जो चयनप्रणाली है, उसमें मेरी आपत्ति हैं। उसमें मेरी असहमति हैं। क्योंकि मेरा स्वभाव थोड़ा सा विद्रोही है। मैं इस परिस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। मेरी असहमति और आपत्ति त्यागपत्र के रूप में परिलक्षित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि मेरा पार्टी की कार्यप्रणाली से विश्वास उठ गया है। लंबे समय से जिन विषयों को में सदन और आप के माध्यम से उठाता रहा हूं, उसकी उपेक्षा हुई है। भारतीय जनता पार्टी की कथनी और करनी में अंतर है। इसलिए मुझे लगा कि पार्टी के अंदर रहकर उन विषयों को नही उठा पाऊंगा,इसलिए पार्टी के बाहर आकर उनको आवाज दूंगा। यह सभी बातें बहुत लंबे समय से चल रही है। अगर मैंने इस्तीफा दिया है तो समझिए कि ये इसकी चरम सीमा है।