भोपाल। नर्मदापुरम में 7 दिसंबर को आयोजित में रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव संतुलित औद्योगिक विकास पर केंद्रित होगा। इस क्षेत्र में मुख्य रूप से कृषि आधारित उद्योग, खाद्य प्र-संस्करण इकाइयां और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग बहुतायत है। कृषि प्रसंस्करण, सोयाबीन तेल, मसाला उत्पादन और दुग्ध प्रसंस्करण जैसे उद्योग यहां की आर्थिक गतिविधियों का मुख्य आधार हैं।
नर्मदापुरम रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, खनिज, एमएसएमई और पर्यटन क्षेत्रों में निवेश के अवसरों पर चर्चा की जाएगी। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और सांस्कृतिक धरोहर को उद्योगों के साथ जोड़ा जाएगा। पचमढ़ी, जो न केवल एक प्रमुख पर्यटन स्थल है बल्कि यहां की अनूठी जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधन, अब निवेशकों के लिये नया आकर्षण बनेंगा।
नर्मदा नदी तट पर औद्योगिक और पर्यटन दोनों क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाएं हैं। इस कॉन्क्लेव से कृषि, एमएसएमई, खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन और खनिज जैसे क्षेत्रों में निवेश के नए रास्ते खुलेंगे। बता दें कि नर्मदापुरम में 7 दिसंबर को रीजनल इन्वेस्टर्स समिट होगी। रीजनल इन्वेस्टर समिट को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा था कि आईटी, एमएसएमई , टूरिज्म से जुड़े उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा। बड़े, छोटे उद्योग लगाए जाएंगे।