चित्तौडगढ़। भाजपा प्रतिनिधी मंडल ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर से भेंट कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि राज्य सरकार के आदेशानुसार नगर परिषद चितौडगढ मे वार्डाे का पुर्नगठन कराना था लेकिन कर्मचारियो ने बिना मेहनत किये कांग्रेस शासनकाल में गठित वार्डाे का ही पुर्वानुसार परिसीमन कर दिया एवं भाजपा संगठन एवं पार्षदों द्वारा तकनीकी एवं व्यवहारिक रूप से वार्डाे के लिए आपत्तियॉ दर्ज करायी गयी थी। जिनका न तो कोई निस्तारण किया ना ही आपत्तिकर्ता को बुलाया गया ना ही सुनवाई की गयी, और मनमाने तरीके से पूर्व मे गठित वार्डाे को ज्यो का त्यों रख दिया जो कि तकनीकी एवं व्यवहारिक रूप से सही नही हैं। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि अभी गठित वार्डाे मे वार्ड सं. 7, 33, 36, 38, 45, 54 सहित 11 वार्डाे के गठन मे राज्य सरकार के आदेशों की पालना नही की गयी हैं। पिछले डेढ माह से वार्डाे के गठन के समय में 40 से अधिक आपत्तियॉ दर्ज करायी गयी थी। लेकिन आयुक्त के तानाशाही रवैये से कोई सुनवायी नही हुई है एवं राज्य सरकार के आदेशों की अवहेलना की गयी हैं।
इस संबंध मे भाजपा प्रतिनिधी मंडल ने जिला निर्वाचन अधिकारी के नाम एक ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रभा गौतम को सौंपा।
ज्ञापन देने वालो में हरिश ईनाणी, छोटूसिंह शेखावत, प्रदीप काबरा, अनन्त समदानी, अविनाश शर्मा, हरिश गुरनानी, आशीष शर्मा, अशोक पालीवाल, शेखर शर्मा, दिलीप सेन, शिवकुमार शर्मा, नंदकिशोर लौहार, अम्बालाल कीर ने मिलकर ज्ञापन में मांग की कि वार्डाे के परिसीमन मे प्राप्त आपत्तियों का निस्तारण कर व्यवहारिक एवं तकनीकी रूप से नये सिरे से राज्य सरकार के आदेशानुसार वार्डाे का गठन हो।