चित्तौड़गढ़। स्थानीय समता भवन शास्त्री नगर में विराजित महासती श्री प्रेमलता जी म.सा. का शनिवार सायं 7.15 पर देवलोकगमन के समाचार से जैन समाज व जैनेत्तर समाज के श्रद्धालुओं का दर्शनार्थ आगमन प्रारंभ हो गया।महासती प्रेेमलता की सेवा में महासती पुष्पलता, महासती जिनप्रभा, महासती सिद्धप्रभा महासती प्रतिज्ञाकंवर स्थानीय शास्त्रीनगर में सेवारत थे। महासती प्रेमलता का स्वास्थ्य प्रतिकूल था लेकिन सुधार हो रहा था। महासती की डोल यात्रा रविवार प्रातः शास्त्री नगर चौराहा होते हुए मोक्षधाम पहूंची। अपार जनमैदिनी द्वारा संपूर्ण मार्ग जयघोष से गुंजायजान हो उठा। डोल यात्रा में अनेक शहरो ग्रामों से श्रद्धालु शामिल हुए। मुक्तिधाम में संघ प्रमुखों आदि ने मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी। मुक्तिधाम में गुणानुवाद सभा का आयोजन हुआ।
व्यसन मुक्ति अभियान के राष्ट्रीय प्रमुख महेश नाहटा ने कहा कि महासती प्रेमलता की दीक्षा आचार्य श्री नानेश द्वारा दी गयी थी। 59 वर्ष की दीक्षा पर्याय का समय स्व पर कल्याण की साधना में रहा। ऐसी महासती का गुणगान करना सूर्य को दीपक दिखाना है। लगभग 14 वर्ष की उम्र में जैन भगवती दीक्षा ग्रहण करके लगभग 73 वर्ष की आयु में महाप्रयाण हो गया। गुजरात के सुरेन्द्रनगर में जन्में तथा राजनांदगांव छत्तीसगढ़ में दीक्षा ली। सांसारिक पिता चिमनभाई शाह मेहता माता जवेरीबेन मेहता भाई नरेन्द्र शाह सुशील शाह धर्म निष्ठ परिवार है। महासती का स्वाध्याय व नवकार मंत्र की प्रमुख प्रेरणा रहती थी। उनके यथा नाम तथा गुण प्रेम, वात्सल्य को सदा याद रखा जाएगा। अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्र गांधी ने कहा कि महासती प्रेमलता संघ शासन् के मजबूत स्तंभ थे। संयम से सराबोर जिनका जीवन था। उनका आयूष कर्म पूरा हुआ और आज वे हमारे बीच नहीं रहे। जैन जगत को महकाया यह प्रेरणास्पद है।
राष्ट्रीय मंत्री सुरेश बच्छावत ने कहा कि महासती निष्ठा व अनुशासन की मिसाल थे। गुरूणी व शिष्या दोनों का दीक्षा पर्याय लगभग 59 वर्ष का रहा जो एक इतिहास बना। महामंत्री महावीर जैन मंडल व संघ के राष्ट्रीय मंत्री सोहन पोखरना, पूर्व अध्यक्ष बसन्तीलाल चण्डालिया, गौतम पोखरना, पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक चण्डालिया, बड़ीसादड़ी संघ अध्यक्ष राजमल भण्डारी, निम्बाहेड़ा संघ अध्यक्ष सुशील नागोरी, भीलवाड़ा संघ अध्यक्ष बलवंत रांका, रायपुर संघ अध्यक्ष कन्हैयालाल बोर्दिया, सुधर्म संघ के दीपलाल श्रीश्रीमाल, नारायणलाल खटोड़, सेती संघ के विमल कोठारी, दिगम्बर संघ के पारस जैन, मीरानगर संघ के मंत्री पारस बाबेल, साधुमार्गी संघ अध्यक्ष रोशन लोढ़ा ने गुणानुवाद करते हुए श्रद्धांजली के भाव प्रस्तुत किए। गुणानुवाद सभा में श्रमण संघ अध्यक्ष किरण डांगी, महामंत्री राजेश सेठिया, तेरापंथ संघ के अशोक श्रीश्रीमाल, मूर्तिपूजक संघ अध्यक्ष सावरमल बोरिया, महिला समिति अध्यक्ष सरोज सुराणा, पदाधिकारी सदस्याएं, बहु मण्डल पदाधिकारी व सदस्याएं, भदेसर, कंथारिया, भीलवाड़ा, जावद, कपासन, बड़ीसादड़ी आदि स्थानों के श्रावक श्राविका उपस्थित थे।
संघ संरक्षक नवलसिंह मोदी, हस्तीमल पोखरना, जैनेन्द्र कुमार मेहता,शांतिलाल जारोली, हगामीलाल भड़कत्या, ने महासती प्रेमलता के प्रति गहरी श्रद्धांजली अर्पित की एवं संघ की अपूरणीय क्षति बताया। महामंत्री आदित्येन्द्र सेठिया ने गुणानुवाद सभा का संचालन किया एवं सभी उपस्थित श्रद्धालुओं से विनम्र आग्रह किया कि मीरानगर स्थानक भवन में गौतम प्रसादी के रूप में आतिथ्य सत्कार का लाभ प्रदान करावें। संघ की ओर से गरिमामय उपस्थिति हेतु आभार व्यक्त किया एवं अधिकाधिक धर्म आराधना की अपील की।