दूदरसी। 19 जून को आई झमाझम बारिश से गांव दूदरसी का अंडरब्रिज पानी से लबालब भर गया और शाम 4 बजे लगभग एक कार उसमें फंस गई और तैरती हुई हिलोरें खाने लग गई, यह तो गनीमत रही कि यहां के स्थानीय लोगों की मदद से कार में सवार सभी लोगों को सकुशल बाहर निकाला और सभी को सुरक्षित अन्य वाहन से उनके घर पहूंचाया।
मामला नीमच की फर्म गोपाल सीमेंट की दूकान है यह अपने सपरिवार सांवलिया सेठ मंडफिया से दर्शन कर नीमच आ रहे थे और दूदरसी के अंडर ब्रिज को जैसे ही पार करने की कोशिश की तो वहां जमा पानी में तैरने लग गई और उनमें चिल्लाने की आवाज आने लगी तभी गोपाल साहू ने दूदरसी के सुरेशदास बैरागी को घटना से अवगत कराया सुरेश ने तुरंत आनन-फानन में प्रकाश बावरी और दिनेश पाटीदार को साथ लेकर ट्रैक्टर से रस्सी बांधकर बमुश्किल कार को बाहर निकाला और सभी लोगों को बाहर निकाला सभी को सुरक्षित अन्य वाहन से अपने घर नीमच पहूंचाया और मानवता का अपना फर्ज निभाया।
यह जिक्र अनिवार्य है कि रेलवे विभाग की अदूरदर्शिता के चलते यह बड़ी अनहोनी होते होते टल गई वर्ना यह बड़ी घटना रेलवे विभाग को भारी झकझोर कर रख देती क्योंकि जब से यह अंडरब्रिज बना है तब से इस मार्ग पर यातायात की आवाजाही इसका दवाब बहूतायत संख्या में हैं हर बार बारिश में लोगों को आने-जाने में बड़ी दिक्कत होती है चाहे स्कूल के बालक हों या अध्यापक या इस मार्ग से गुजरने वाले लोग सभी को पानी भरा होने से निकलने में परेशानी से सामना करना पड़ता है। रेलवे विभाग ने इस अंडरब्रिज का पानी निकासी नाला जेसीबी चलाकर बंद कर दिया है क्योंकि कि नीमच छोटी सादड़ी नई रेलवे लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है और यह लाइन भी इसी अंडरब्रिज के पास होकर निकल रही है इस वजह से रेलवे विभाग ने यह निकासी नाला बंद तो कर दिया है लेकिन इसकी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई और न ही अंडरब्रिज के दोनों और संकेत बोर्ड लगाए जिससे आम जनता सतर्क हो जाएं। रेलवे विभाग के आला अधिकारी और ठेकेदार की मिली भगती की लापरवाही का खामियाजा इस क्षेत्र की जनता को भोगना पड़ रहा है अगर वक्त रहते इस सड़क की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो गुस्साई जनता रेलवे विभाग के कार्यालय का घेराव करेगी और फिर भी बात नहीं बनी तो रेलवे लाइन का चक्का जाम भी कर सकती है।
ज्ञात रहे सांसद सुधीर गुप्ता को भी इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए और आम जनता को रेलवे विभाग की तानाशाही से राहत देने की दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए अन्यथा यह तो बारिश की शुरुआत है चार मास तक पानी इसी तरह भरा रहेगा तो आवागमन तो अवरूद्ध होगा लेकिन जनता के गुस्से का कोप भाजन सांसद को बनना पड़ेगा।