चित्तौड़गढ़। जिले में संचालित “बालश्रम मुक्त चित्तौड़गढ़ अभियान” के अंतर्गत बालश्रम से मुक्त कराए गए बच्चों को भविष्य में पुनः बालश्रम की ओर प्रवृत्त होने से रोकने के उद्देश्य से शिक्षा से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने जिला बाल संरक्षण इकाई की मासिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन बच्चों का न केवल स्कूलों में नामांकन कराया जाए, बल्कि स्कूलों में उनका ठहराव भी सुनिश्चित किया जाए।
जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि नवीन शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पूर्व ही ऐसे सभी बच्चों की पहचान की जाए, जो स्कूल में नामांकित नहीं हैं या बीच में पढ़ाई छोड़ चुके हैं (ड्रॉपआउट)। इन बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर जुलाई के प्रथम सप्ताह तक उनका विद्यालय में नामांकन सुनिश्चित किया जाए।
इसके अतिरिक्त, जिला कलक्टर ने उन बच्चों की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए जिनके बाल विवाह रोके गए हैं, ताकि उनके वयस्क होने से पूर्व दोबारा विवाह न हो। यह कार्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के माध्यम से किया जाएगा।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रभा गौतम ने बाल नशावृत्ति को रोकने हेतु संबंधित विभागों को सतत कार्य योजना के तहत कार्य करने तथा नशा विरोधी गतिविधियाँ नियमित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश सांखला ने बताया कि जिले में बालश्रम की रोकथाम हेतु “उमंग-5” अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के सभी थानों के बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया जा चुका है। साथ ही, पॉक्सो पीड़ितों के लंबित मामलों के त्वरित निस्तारण करवाने हेतु निर्देशित किया ताकि पीड़ित प्रतिकर योजना से लाभान्वित करवाया जा सके।
सहायक निदेशक ओम प्रकाश तोषनीवाल ने पिछली बैठक की पालना रिपोर्ट प्रस्तुत की और विभिन्न विभागों की प्रगति से सभी को अवगत कराया। जिला कलक्टर ने यूनिसेफ संभाग प्रभारी सिंधु बिनुजीत को निर्देशित किया कि जिले के सभी राजकीय एवं गैर-राजकीय बालगृहों के कार्मिकों के लिए आमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
बैठक में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल सहित समिति के सदस्य ओमप्रकाश लक्षकार, उप श्रम आयुक्त कुलदीप सिंह, अधीक्षक (राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह) चंद्रप्रकाश जीनगर, शिक्षा विभाग से लोकश सोनी, महिला एवं बाल विकास विभाग से समता भटनागर, मानव तस्करी यूनिट से नटवर पटवा, चाइल्ड हेल्पलाइन जिला समन्वयक नवीन किशोर काकड़दा, काउंसलर करण जीनवाल, एक्शन ऐड-यूनिसेफ से कपिलदेव प्रसाद, भगवती सेवा संस्थान अध्यक्ष रामगोपाल ओझा, ज्ञानदीप केयर होम प्रभारी धर्मचंद सुहालका, गायत्री सेवा संस्थान की काउंसलर कुसुम मेनारिया एवं फोस्टर केयर सोसायटी से वीरेन्द्र सिंह और पुष्कर टेलर उपस्थित रहे।