शाजापुर। जय बाबा बर्फानी एक नाम, एक आस्था और एक संकल्प... मध्य प्रदेश के देवास शहर से एक ऐसा शिवभक्त अमरनाथ यात्रा पर निकला है, जो पिछले 29 वर्षों से हर साल बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुँचता है दृ कभी मोटरसाइकिल से, कभी साइकिल से, और अबकी बार... पैदल! आइए मिलते हैं आनंद सिंह ठाकुर से, जिनकी भक्ति ना आतंक रोक पाया, ना कोरोना देवास शहर से निकला है एवं शाजापुर पहुंचा है एवं सड़क मार्ग से पैदल पैदल बाबा के दरबार में पहुचेंगे,, एक ऐसा शिवभक्त, जो हर साल अमरनाथ की कठिन यात्रा को करता है सरल,अपने विश्वास, संकल्प और भक्ति के बल पर। नाम है आनंद सिंह ठाकुर, एक सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रभक्ति की मिसाल। शिवभक्त ठाकुर साल 1996 से निरंतर अमरनाथ यात्रा कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक सांस है... बाबा के दर्शन करता रहूंगा... चाहे हालात जैसे भी हों।
आतंक और आपदा की चुनौतियाँ
इन 29 सालों में ना आतंकियों की गोलियों ने ठाकुर की आस्था को डगमगाया... ना ही वैश्विक महामारी कोरोना ने। 2000 के दशक की शुरुआत में जब अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमला हुआ, तब ठाकुर और उनके साथी वहीं मौजूद थे। सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, गोलियां चलीं... लेकिन ठाकुर अडिग रहे। इनका कहना है कि हम डरें नहीं, हम बाबा के भक्त हैं... यात्रा तो हर हाल में पूरी करनी ही थी... वही कोरोना काल में भी जब देश ठहर गया था, तब ठाकुर साल 2020 में पठानकोट तक और 2021 में बालटाल तक पहुँचे... फिर 2022 में यात्रा पूरी की।
पैदल यात्रा की मिसाल
अब साल 2025 की शुरुआत उन्होंने की है पैदल अमरनाथ यात्रा से। 21 जून की अलसुबह देवास से निकले भोले के भक्त ठाकुर अगस्त के अंत तक अमरनाथ गुफा पहुंचेंगे। और पहलगाम से अमरनाथ गुफा की दूरी है 48 किलोमीटर... और बालटाल रूट से 14 किलोमीटर... लेकिन ठाकुर किसी भी संसाधन का उपयोग नहीं करते... पूरी यात्रा पैदल ही तय करते हैं।
हवाई जहाज से लेकर साइकिल पैदल सफर तक...
अपनी इन तीन दशक की यात्रा में भोले के भक्त ने हवाई जहाज, ट्रेन, कार, बाइक और साइकिल सहित सब साधनों से बाबा के दर्शन करने पहुँच चुके हैं। चार बार बाइक से, एक बार साइकिल से... लेकिन इस बार उन्होंने चुना है सबसे कठिन मार्ग बिना किसी साधन के पैदल यात्रा।
जय बाबा बर्फानी श्रद्धा का दूसरा नाम भक्ति जब जुनून बन जाए, तो रास्ते नहीं रोकते दृ चाहे वो आतंकी हों, बीमारी हो या पहाड़ की ऊंचाई। शिव भक्त ठाकुर जैसे श्रद्धालु हमें याद दिलाते हैं कि आस्था में वो शक्ति है जो दुनिया की हर मुश्किल को हरा सकती है। ये थे देवास के आनंद सिंह ठाकुर दृ जो सच्चे मायनों में बाबा बर्फानी के अनन्य भक्त हैं। हर साल की तरह इस बार भी उन्होंने संकल्प लिया है कि जब तक जीवन है तब तक हर साल बाबा के दर्शन जरूर करेंगे