चित्तौड़गढ़। वृष्टि एवं सृष्टि यज्ञ के प्रणेता वेदिक कर्मकाण्ड के महान ज्ञाता ब्रह्मा के मानस पुत्र, मरीची वंशीय महर्षि विभांडक के पुत्र श्री सकल सिखवाल ब्राह्मण वंश के कुल गुरू त्रेता युगीन महर्षि श्रंगग की जयंन्ति सुखवाल समाज चित्तौड़गढ़ के तत्वाधान में बड़े हर्षाेल्लास पूर्वक मनाई गई। सुखवाल समाज द्वारा त्रिदिवसीय आयोजन किये गये।
समारोह के मुख्य अतिथि चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने कहा कि संगठित समाज ही संशक्त राष्ट्र की नीव है प्रत्येक समाज को संगठित रूप से रहकर राष्ट्रीय की सुदृढ़ता का परिचय देना चाहिए। विशिष्ठ अतिथि अनिल ईनाणी, ओमप्रकाश शर्मा, नवीन पटवारी, शैलेन्द्र झंवर तथा पप्सा टांक थे। अध्यक्षता समाज के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजीव शर्मा ने की।
प्रवक्ता चन्द्रप्रकाश पुरोहित ने बताया कि समारोह के प्रारंम्भ में प्रथम दिवस महर्षि श्रृंग छात्रावास में बाल मानस रामायण मण्डल दुर्ग द्वारा संगीतमय सुन्दरकाण्ड की प्रस्तुति से किया जिसमें समाज की मातृशक्ति एवं समाजजनों द्वारा बढ़ चढ़कर भाग लिया। द्वितीय दिवस पर समाज के युवाओं ने सांवलिया चिकित्सालय में रक्तदान किया, जुनियर एवं सीनियर वर्ग की सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता मेहन्दी एवं रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस अवसर पर सांस्कृतिक संध्या आयोजित की गई जिसमें समाज की प्रतिभाओं ने आकर्षक एवं रोचक प्रस्तुति देकर मनमोह लिया। इस अवसर पर समाज के निवर्तमान अध्यक्ष मनोज सुखवाल के उत्कृष्ट कार्यकाल रहने पर उन्हें शाल, पगड़ी एवं उपरना ओढ़ा कर सम्मानित किया गयज्ञं
मुख्य समारोह तृतीय दिवस में गौशाला में गौ सेवा तथा, दुर्ग पर बंदरों को फल सेवा की गई समाज के नोहरे में ऋषिराज की प्रतिमा का अभिषेक हवन एवं पूजन किया गया। समाज की शिक्षा प्रोफेशनल तथा योग एवं स्वास्थ के क्षेत्र में दक्ष प्रतिभाओं को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। समाज के वरिष्ठजनों का शाल एवं उपरना ओढ़ा कर सम्मानित किया गया।
सायंकाल समाज के नोहरे से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो मिठाई गली, गांधी चौक, सदर बाजार, गोल प्याऊ, सुभाष चौक तथा किला रोड़ होती हुई विभिन्न मार्गाेसे गुजरी जिसमें अश्वारूढ़ युवा, बैण्ड बाजों की मधुर भक्तिमयी स्वर लहरीया बिखेरते हुए। वातावरण को भक्तिमयी बना रहे थे जिसमें बड़ी संख्या में शोभायात्रा में भजनों की धुन पर थिरक कर उल्लास मयी बना रहे थे। मार्ग में अलग अलग स्थानों पर शीतल पेय, अल्पाहार, सुलभ कराये गये। इस अवसर पर समाज के सचिव राजनारायण पुरोहित ने सभी अतिथियों, समाज जनों, मातृशक्ति तथा जयन्ति में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोग करने वाले सभी महानुभावों एवं प्रतिष्ठानों का हार्दिक आभार प्रकट किया।