गरोठ। ग्राम कोटड़ा बुजुर्ग के किसानों ने टमाटर और मिर्ची की बोवनी शुरू कर दी है। इस बार रकबा पहले से अधिक रहने की संभावना है, जिससे किसानों को अच्छी आमदनी की उम्मीद है। पहले जहां कुछ ही किसान सब्जी उत्पादन करते थे, अब अधिकांश छोटे-बड़े किसान टमाटर, मिर्ची व अन्य सब्जियों की खेती करने लगे हैं। खासतौर पर बरसात के मौसम में यहां सबसे ज्यादा सब्जियां उगाई जाती हैं।
किसानों ने बताया कि एक बीघा में लगभग 6,000 पौधे लगाए जाते हैं और टमाटर की कीमत मंडियों में 15 से 20 प्रति किलो तक मिलती है, जिससे खेती घाटे का सौदा नहीं रहती। टमाटर की मांग महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली व कोटा की मंडियों में है, जहां व्यापारी स्थानीय खेतों से सीधे खरीद करते हैं। इसके अलावा, लोकल मंडियों में भी अच्छी खपत होती है।
किसानों का कहना है कि इस बार पौधों में कीट कम लगे हैं और वे अच्छी गुणवत्ता के बीजों से 40-45 दिन में मजबूत पौधे तैयार कर रहे हैं। इससे इस वर्ष बेहतर उत्पादन की संभावना है।