नीमच। जिला मुख्यालय पर मंगलवार को एक अनूठा और मार्मिक दृश्य देखने को मिला, जब सुंठोली पंचायत के चकब्लाक गांव की दर्जनों महिलाएं घुटनों के बल रेंगते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं। उनका उद्देश्य था दृ अपने गांव की जर्जर सड़क व्यवस्था को लेकर प्रशासन को जगाना।
करीब 687 की आबादी वाला चकब्लाक गांव आज भी मुख्य मार्ग से सिर्फ एक कच्चे रास्ते से जुड़ा है, जो बारिश के मौसम में कीचड़ और दलदल में तब्दील हो जाता है। इस स्थिति में गांव तक पहुंचना न केवल मुश्किल बल्कि कई बार जानलेवा भी बन जाता है।
महिलाओं ने बताया कि वर्षों से वे इस समस्या को झेल रही हैं, लेकिन अब सब्र का बांध टूट चुका है। कई बार शिकायतों और आवेदनों के बावजूद शासन-प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव को राजस्व ग्राम न मानकर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जाता है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि एक माह के भीतर सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे नीमच-सिंगोली मार्ग पर चक्का जाम करेंगे।
महिलाओं का यह विरोध प्रदर्शन केवल एक सड़क की मांग नहीं, बल्कि अपने अधिकारों के लिए जागरूक और दृढ़ इरादों वाले ग्रामीणों की आवाज़ बन चुका है। अब गांववासी श्सड़क नहीं तो वोट नहींश् के संकल्प के साथ आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।