नीमच। 1 जुलाई को डॉक्टर दिवस के उपलक्ष में चिकित्सा के क्षेत्र के जाने-माने चिकित्सक डॉ रमेश दक हड्डी रोग विशेषज्ञ, डाॅ दीपक सिंहल हड्डी रोगविशेषज्ञ, डॉ बोरीवाल रिटायर्ड जिला चिकित्सालय सर्जन, डॉ आशीष जोशी शिशु विशेषज्ञ, डॉ प्रियंका जोशी स्त्री रोग विशेषज्ञ का संस्था महावीर प्रियदर्शिनी के पदाधिकारियों और सदस्यों द्वारा माला दुपट्टा और उपहार देकर जैन दिवाकर भवन में सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ गुरुदेव प्रवर्तक विजय मुनि जी महाराज साहब, उप प्रवर्तक चंद्रेश मुनि जी महाराज साहब और तपोकेसरी विजया श्री जी महाराज साहब ने मंगलाचरण से किया।
इस अवसर पर डॉक्टर दक साहब ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम पूरी कोशिश करते हैं कि किसी भी पेशेंट को कोई भी परेशानी ना हो और वह स्वस्थ होकर जाए उन्होंने प्रियदर्शिनी के कार्यों की सराहना की। डॉक्टर बोरीवाल ने प्रियदर्शनी के कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की और कहा कि इसी तरह से निरंतर सेवा कार्य करते रहो। डॉ दीपक सिंहल ने कहा कि हम अपने कर्तव्य का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करते हैं और आगे भी सेवा कार्य करते रहेंगे। डॉ प्रियंका जोशी ने कहा कि हम पूरी कोशिश करते हैं पेशेंट को बचाने की पर हमारी भी लिमिटेशन है तो इस बात को लोग समझे।
इस अवसर पर जोन कोर्डिनेटर आशा सांभर ने संस्था की गतिविधियों के बारे में बताया और कार्यक्रम का संचालन किया। प्रियदर्शिनी की अध्यक्ष रेखा अनुराग जैन ने कहा कि डॉक्टर धरती के भगवान हैं। भगवान के बाद अगर कोई जीवन दे सकता है तो वे डॉक्टर है। आप सब इसी तरह पीड़ित मानवता की सेवा करते रहे। सभी डॉक्टर ने कोरोना काल में जिस तरह अपनी जान हथेली पर रखकर लोगों की सेवा की यह काबिल ए तारीफ है। आभार जितेंद्र सकलेचा ने माना। दिवाकर भवन में कार्यक्रम के पश्चात वधवा हॉस्पिटल जाकर डॉक्टर स्वप्निल वधवा और स्वाति वधवा और वहां के स्टाफ मेंबर्स का सम्मान माला और दुपट्टा पहनाकर किया तथा महावीर स्वामी का मोमेंटो प्रदान किया।
इस अवसर पर गवर्निंग काउंसलिंग मेंबर शंभू बम, अनुराग जैन, भंवरलाल देशलहरा, सुरेंद्र बम, रवि वीरवाल, शोभाराम वीरवाल, हरीश उपाध्याय, महेंद्र वीरवाल राजेन्द्र मेहता, जॉन कोऑर्डिनेटर आशा सांभर, अध्यक्ष रेखा अनुराग जैन, सचिव प्रियंका पितलिया, संगीता भामावत, मंजू बाला मेहता, रेखा चौधरी, रेखा गोयल, प्रियंका मोगरा, रानी राणा, अनीता राठौर, उमा शर्मा आदि पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।