कसरावद | तहसील के वार्ड 9 एवं ग्राम पंचायत बलखडं में पर्यावरण की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने वाले हरे भरे पेड़ पौधे तमाम कवायदों के बाद भी दिन प्रतिदिन कम होते जा रहे हैं। कारण, वन विभाग व राजस्व विभाग का गठजोड़ हावी है। विभागीय उदासीनता का परिणाम कि हरे पेड़ों की बेखौफ कटाई की जा रही है । जितने पेड़ कट रहे, उसकी तुलना में पौधारोपण व पेड़ों का संरक्षण नहीं हो रहा। ताजा मामला कसरावद और बलकवाड़ा थाना क्षेत्र के बलखडं का है। जबकि माफियाओं ने पुरानी तहसील और वन विभाग के पास ही हरे पेड़ को आरा मशीनों से काट दिया इसके बाद बलखड़ के स्कूल परिसर में लगे पेड़ों की भी आरा मशीनों से कटाई कर दी। यहां वन माफियाओं ने वर्षों पुराने हरे पेड़ को काट दिया ग्रामीणों ने वीडियो फोटो खींचने के बाद के वन माफियाओं ने वीडियो बनाने का विरोध किया।
विरोध के बाद वन माफिया भाग खड़े हुए। आरोपी कि शिकायत एसडीएम व वन विभाग एवं पुलिस से की गई लेकिन जिम्मेदार अफसर कारवाई करने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। दरअसल बलखडं के स्कूल परिसर का है। यह पर वन माफियाओं ने लकड़ियों को इकट्ठा कर गाड़ी में भरकर इंदौर मंडी भेजा जा रहा है । बेतहाशा अनेक विशाल वृक्ष थे। सुबह लकड़हारे पेड़ की कटाई को पहुंचे। ग्रामीणों ने लकड़हारे से कहां । मीडिया वालों को बुलाते हैं। इतना सुनते ही लकड़हारे वहां से रफूचक्कर हो गए । भीम आर्मी जिला अध्यक्ष सुनील चौहान ने एक लिखित आवेदन और वृक्ष के फोटो सम्मिलित कर तहसील परिसर में आवेदन दिया ।