शाजापुर | जिले के मक्सी थाने के ग्राम नैनावद में गोल्ड लोन के नाम पर 4 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले मामले में मंगलवार को करणी सेना ने बैंक के बाहर धरना प्रदर्शन किया। करणी सेना के कार्यकर्ताओं और गोल्ड लोन के नाम पर धोखाधड़ी के शिकार लोगों ने बैंक के बाहर दो घंटे से ज्यादा समय तक धरना दिया। इस दौरान बैंक बंद रही और पूरा स्टाफ बैंक के अंदर मौजूद रहा।
करणी सेना की मांग थी धोखाधड़ी करने वाले बैंक अधिकारी, कर्मचारी और वैल्यूअर के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करें और धोखाधड़ी के शिकार लोगों को क्लीन चिट दें। धरना प्रदर्शन की जानकारी लगने पर शाजापुर एसडीओपी दीपा डोडवे, मक्सी थाना प्रभारी गोपाल सिंह चौहान पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। एसडीओपी ने धरना दे रहे लोगों को समझाइश दी और कहा पूरे मामले की जांच ईओडब्ल्यू उज्जैन द्वारा की जा रही है। इस मामले में मक्सी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। ईओडब्ल्यू जांच के पश्चात ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
बैंक द्वारा गोल्ड लोन के सभी उपभोक्ताओं को नोटिस जारी कर राशि जमा कराने को कहा, जिसके चलते करणी सेना और धोखाधड़ी के शिकार लोगों ने धरना प्रदर्शन किया। इस पूरे मामले को सबसे पहले दैनिक भास्कर ने ही उठाया था और पीड़ित उपभोक्ताओं के साथ हुए धोखे को उजागर किया था।
मक्सी थानांतर्गत ग्राम नैनावद में स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में गोल्ड लोन के नाम पर ग्रामीणों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया। नकली सोना रखकर इनके नाम से गोल्ड लोन लिया गया। बैंक से गोल्ड लोन देने के मामले में बैंक प्रबंधन और वैल्यूअर की भूमिका सामने आई थी। जिसमें बैंक प्रबंधन और वैल्यूअर ने ग्राहकों से सिग्नेचर करा लिए।
इस दौरान उनसे एक वाउचर ले लिया गया। ऐसे 40 से ज्यादा ग्राहकों के नाम से नकली सोना रखकर 4 करोड़ से ज्यादा की रकम निकाल ली गई। गोल्ड लोन खत्म नहीं हुआ और बहाने बनाए जाने लगे तो ग्राहकों ने बैंक के जिम्मेदार अधिकारियों, कलेक्टर, एसपी और पुलिस को शिकायत की थी। शिकायत के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई और बैंक का एक कर्मचारी और वैल्यूअर गायब हो गए।