चित्तौड़गढ़। राजस्थान के प्रसिद्ध श्री सांवलिया जी मंदिर के पट चंद्र ग्रहण के सूतक काल के कारण बंद रहेंगे। भक्त लगभग साढ़े 13 घंटे तक भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन नहीं कर पाएंगे। सांवलिया जी के प्रशासनिक अधिकारी की ओर से ओसरा पुजारी को इसके लिए सूचित किया गया है। चंद्र ग्रहण शनिवार रात एक बजकर 05 मिनट पर शुरू होगा और दो बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल नौ घंटे पहले शुरू हो जाएगा, इसलिए मंदिरों के पट शाम को 4 बजे से ही बंद कर दिए जाएंगे।
कल सुबह से होंगे दर्शन-
श्री सांवलिया जी मंदिर मंडल के सदस्य संजय मंडोवरा ने बताया कि शनिवार को शाम चार बजे मंदिर बंद कर दिया जाएगा। अगले दिन यह पट सुबह 5.30 बजे खुलेगा। मंदिर में रविवार सुबह चार बजे से विधिवत काम किया जाएगा लेकिन भक्तों के लिए सुबह 5.30 बजे मंगला आरती के समय ही पट खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि भक्तों के लिए लगभग साढ़े 13 घंटे तक मंदिर को बंद रखा जाएगा। शनिवार चंद्र ग्रहण में नौ घंटे पहले सूतक लग जाता है, इसलिए मंदिर आज शाम को नहीं खुलेगा। शहर के अन्य मंदिर भी चंद्र ग्रहण के सूतक काल के दौरान बंद रहेंगे। मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी द्वारा पुजारी सत्यनारायण दास वैष्णव को सूचित कर दिया गया है।
पंडित विश्वनाथ भट्ट ने बताया कि 28 अक्टूबर शनिवार को शरद पूर्णिमा को खण्डग्रास चन्द्रग्रहण होगा। भारतीय समय से विरल छाया प्रवेश रात के 11.32 बजे, ग्रहण का स्पर्श रात्रि 01.05 बजे, मध्य रात्रि 01.44 बजे, मोक्ष रात्रि 02.23 बजे, विरल छाया निर्गम रात्रि 03.56 बजे होगा। शाम को 04.05 बजे से रात के 3.56 बजे तक सूतककाल होगा। इस दौरान पट बंद रखे जाएंगे। फिर रविवार, 29 अक्टूबर को सुबह चार बजे बाद मन्दिर में विधिवत काम किया जाएगा। सुबह भक्त 05.30 बजे से भगवान सांवरा सेठ के मंगला दर्शन कर पाएंगे।