भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल देश भर के राज्यपालों की कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। वे आज और कल दिल्ली में होने वाली बैठक में शामिल होंगे।
गवर्नर पटेल गुरुवार को कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच गए थे और रात में ही उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात भी की है। वे शुक्रवार और शनिवार को दिल्ली में एमपी के सीमावर्ती राज्यों के राज्यपालों के साथ अंतर्राज्यीय मसलों पर हुई बैठकों की जानकारी बैठकों में देंगे।
दिल्ली में होने वाली बैठक में राष्ट्रपति मुर्मू के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी भी अलग से बैठक ले सकते हैं। इसमें केंद्र द्वारा तय एजेंडे पर किए गए काम की समीक्षा की जाएगी। एमपी के विधानसभा चुनाव के पहले राज्यपालों की भूमिका में बदलाव करते हुए केंद्र सरकार ने अंतर्राज्यीय मुद्दों को लेकर हर राज्यपाल को पड़ोसी राज्य के साथ बैठक करने के निर्देश दिए थे।
इसके चलते प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत कुछ राज्यों के साथ बैठक भी की है और इस बैठक में एमपी के सीमावर्ती जिलों और दूसरे राज्यों के एमपी से सटे सीमावर्ती जिलों की कॉमन समस्याओं, बड़ी परियोजनाओं को लेकर चर्चा हुई थी।
अब दिल्ली में होने वाली राज्यपाल कांफ्रेंस में इन मसलों पर केंद्र सरकार की ओर से रिपोर्ट ली जाएगी और अब तक की गई बैठकों की समीक्षा भी की जाएगी। राज्यपाल के दिल्ली प्रवास और दिल्ली में होने वाली बैठक के मद्देनजर राज्य सरकार ने संबंधित विभागों को निर्देश जारी कर विभाग से संबंधित अपडेट जानकारी राज्यपाल को सौंपी है।
बैठक से पहले बदले हैं दस राज्यपाल
इस दो दिनी कांफ्रेंस के पहले दस राज्यों के राज्यपाल बदले हैं या उनके राज्य बदले गए हैं। राजभवन सूत्रों के अनुसार राज्यपालों की भूमिका में बदलाव समय के साथ हुआ है। इसलिए दो दिनी कांफ्रेंस में राष्ट्रपति मुर्मू राज्यपालों को कुछ और जिम्मेदारी भरे काम सौंप सकती हैं। एमपी की बात करें तो यहां महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात एमपी की सीमा से लगे हैं और इन राज्यों, के व्यापारिक, सड़क, जल, कानून व्यवस्था समेत अन्य राज्य स्तरीय मुद्दों पर बैठक में चर्चा होना है।