भोपाल। इस वर्ष मध्यप्रदेश में पहली बार श्रावण मास में आने वाले सभी तीज-त्यौहार उत्साहपूर्वक मनाये गये। रक्षाबंधन के पर्व के आयोजनों से प्रदेश का वातावरण आध्यात्मिक रंग में रंग गया। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के आव्हान पर एक अगस्त से प्रदेश में रक्षाबंधन-श्रावण उत्सव की श्रृंखला शुरू हुई। मंत्री, सांसद और जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में पहुंचे और बहनों से राखी बंधवाईं। मुख्यमंत्री डॉ.यादव स्वयं भी विभिन्न जिलों में 23 कार्यक्रमों में शामिल हुए। लगातार 19 दिन तक सावन के गीतों से वातावरण गूंजता रहा। रक्षाबंधन के पहले उत्सव में मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की थी कि प्रदेश की एक करोड़ 29 लाख लाड़ली बहनों को अगस्त माह में 1250 रूपये के अतिरिक्त रक्षाबंधन के शगुन के रूप में 250 रूपये और दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव की यह घोषणा 10 अगस्त को श्योपुर जिले के विजयपुर के समारोह में पूरी की गई। मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक के माध्यम से लाड़ली बहनों के खातों में एक साथ 1500-1500 रूपये अंतरित किये ।
रक्षाबंधन उत्सव की श्रृंखला में मुख्यमंत्री डॉ. यादव 3 अगस्त को दमोह जिले के जबेरा और नरसिंहपुर में, 4 अगस्त को शाजापुर में, 5 अगस्त को बालाघाट में, 9 अगस्त को मुख्यमंत्री निवास भोपाल में, 10 अगस्त को टीकमगढ़ और श्योपुर जिले के विजयपुर में, 11 अगस्त को रवीन्द्र भवन भोपाल और मंडला में, 12 अगस्त को मुख्यमंत्री निवास और बैतूल जिले के भैंसदेही में, 13 अगस्त को कुशाभाऊ ठाकरे हॉल भोपाल में, 16 अगस्त को डिंडौरी और अनूपपुर में, 18 अगस्त को उज्जैन के सुमन गार्डन, शिवांजलि गार्डन, अवंतिका यूनिवर्सिटी मैदान एवं होटल सोलिटेयर में और 19 अगस्त को खाचरोद एवं नागदा में रक्षाबंधन-श्रावण उत्सव में शामिल हुए।
रक्षाबंधन-श्रावण उत्सव में मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने बहनों से संवाद किया और बहनों के सशक्तिकरण के लिये राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और प्रयासों की जानकारी दी। लाड़ली बहनों ने अपने भैया मुख्यमंत्री को जहाँ एक ओर स्नेहिल राखी बांधी वहीं प्रतीक स्वरूप वृहद राखी भी भेंट की। उत्सव में बहनों के लिये मेहंदी के स्टॉल और झूले भी लगाए गए। रक्षाबंधन श्रावण उत्सव में बहनों को हितग्राही मूलक योजनाओं से लाभान्वित किया।