गुजरात चुनाव नतीजों के बाद नीमच - मंदसौर संसदीय सीट से सांसद सुधीर गुप्ता का जलवा एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर दिखाई दे रहा है गुरूवार को जब मंदसौर में सीएम शिवराज सिंह चौहान दशपुर गौरव दिवस के कार्यकर्म को सम्बोधित कर रहे थे उस समय गुजरात में प्रचंड बहुमत से जीती भाजपा जीत का जश्न मना रही थी और वहाँ मंच पर सीएम भूपेंद्र पटेल के साथ सांसद सुधीर गुप्ता बैठे थे इस चुनाव परिणाम से जहाँ सांसद सुधीर गुप्ता का राष्ट्रीय स्तर पर कद बड़ा तो वही चुनाव नतीजों से एमपी बीजेपी जमकर घबराहट दिखाई दे रही है क्योकि अब ये तय है की जिस फार्मूले पर पार्टी ने गुजरात चुनाव में काम किया उसी फार्मूले को एमपी में अपनाया जाएगा और बीजेपी के सिटिंग विधायकों और मंत्रियो की नींद उड़ने का कारण यही फार्मूला है
गौरतलब है की गुजरात चुनाव से पहले बीजेपी के अंदरूनी सर्वे में यह बात सामने आयी थी की पार्टी को एंटी इंकम्बेंसी का सामना करना पड़ेगा और जमकर विधायक और मंत्री चुनाव हारेंगे बस इस अंदरूनी सर्वे रिपोर्ट को आधार बनाकर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने चालीस प्रतिशत से अधिक सिटिंग विधायकों और कद्दावर मंत्रियो के टिकिट काट दिए यहाँ तक की चुनाव के ठीक एक साल पहले सीएम विजय रुपाणी और उनके पूरे मंत्री मंडल को बदल दिया इस तरह बीजेपी ने गुजरात में डेमेज कंट्रोल किया जिसका परिणाम बीजेपी को मिला और बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की
जानकार बता रहे है की अब एमपी के लिए भी शीर्ष नेतृत्व ने यही फार्मूला अपनाया है और विधानसभा चुनाव में जितने भी उम्रदराज विधायक और मंत्री है उन्हें चलता करने की तैयारी कर ली है क्योकि एमपी में जो आंतरिक सर्वे करवाया गया है उसमे दर्जनों सिटिंग विधायक और मंत्रियो के चुनाव हारने का खतरा है ऐसे में बीजेपी के लिए सरकार बनाना महत्वपूर्ण है न की इन नेताओ को संभालना
बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के सामने ग्राउंड ज़ीरो से तमाम सिटिंग विधायकों और मंत्रियो की पूरी बेलेंस शीट पहुंचने के बाद अब बीजेपी ने नए चेहरों को तलाशना भी शुरू कर दिया है ताकि नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतार कर गुजरात की तरह डेमेज कंट्रोल कर लिया जाए ऐसे में वो विधायक और मंत्री जिनका रिपोर्ट कार्ड खराब है उनमे घबराहट देखी जा रही है
जानकार सूत्र यह भी बता रहे है की गुजरात में सह प्रभारी नियुक्त होने के बाद सांसद सुधीर गुप्ता ने जो झंडे गाड़े है उनके इस अनुभव का लाभ एमपी विधानसभा चुनाव में पार्टी लेना चाहती है जैसा की खबरे थी की एमपी से वीडी शर्मा की विदाई हो सकती है और उनकी जगह सांसद गुप्ता की ताजपोशी हो सकती है गुजरात चुनाव परिणाम आने के बाद यह बात और पुख्ता हो गयी इसमें ख़ास बात यह है की गुजरात के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ सह प्रभारी सांसद गुप्ता को बनाया गया था लेकिन यादव चूँकि केंद्रीय मंत्री है इसलिए वे उतना समय गुजरात को नहीं दे पाए और पूरे समय सांसद गुप्ता ने प्रभारी की हैसियत से ही कमान संभाली ऐसे में लगता है शीर्ष नेतृत्व उन्हें जल्दी ही बड़ी जवाबदारी दे सकता है