नीमच। नगरपालिका द्वारा शहर की सभी आवासीय कालोनियों एवं मुख्य मार्गो पर बीते तीन-चार माह से कई नये स्पीड ब्रेकर बनाये गये, कई जगह आवश्यक थे कई गलियों में इनकी ज़रूरत नहीं थी। नगरपालिका ने शायद रहवासियो की सुविधा की दृष्टि से बनाये होगे, ठीक है। प्रश्न यह है कि बनाये गये स्पीड ब्रेकर क्या नियमानुसार एवं उचित मापदंड के अनुसार बने ? नियमानुसार गलियों में कहीं भी स्पीड ब्रेकर बनाने का नियम नहीं है। आवश्यक होने पर मामला ज़िला यातायात सुरक्षा समिति के पास जाता है, अनुमोदन होने पर निश्चित मापदंडों के अनुरूप ब्रेकर बनाये जाते है। स्पीड ब्रेकर की ऊचाई 10 सेंटीमीटर, लंबाई 3.5 मीटर एवं वृताकार क्षेत्र यानी कर्वेयर रेडियस 17 मीटर होना चाहिये। इस तरह नियम से बनाये गये ब्रेकर से वाहन की गति तो कम करनी पड़ती है पर चालक को झटके, हिचकोले नहीं लगते, साथ ही ब्रेकर पर थर्मों प्लास्टिक पैंट से पट्टियाँ बनायी जानी चाहिये जिससे वाहन चालको को रात में भी ब्रेकर दूर से दिखाई दे सके। उक्त बात शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश कालरा ने कही।
नीमच शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश कालरा ने कहा कि अमानक स्तर के बने ब्रेकर वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं के लिये घातक होते है, वाहन चालक की रीढ़ की हड्डी भी ऐसे ब्रेक्ररो से झटके लगने से प्रभावित होती है। साथ ही ब्रेकर से लगने वाले झटके से बाइक व कार के कलपुर्ज़ो को भी नुक़सान होता है।
मुकेश कालरा ने कहा कि नीमच शहर के सभी निर्मित स्पीड ब्रेकर को नियमित मापदंड से पुनः बनाया जाये साथ ही रेडियम पट्टी से चिह्नित किया जाये, ताकि नगर में लगातार एवं अचानक इन ब्रेकरो के कारण नगरवासी दुर्घटनाओं से राहत मिले।दुर्घटना का ताजा उदाहरण बीती रात टेगोर मार्ग पर नवनिर्मित बने ब्रेकर से महिला पीछे वाली सीट से गिर गयी। इस दुर्घटना में उक्त महिला को हाथ में राड डलवानी पड़ी।
मुकेश कालरा ने चेतावनी देकर कहा कि शीघ्र इस समस्या का निराकरण नगरपालिका करे अन्यथा नीमच शहर कांग्रेस कमेटी पार्षदों, कांग्रेसजनों, नगरवासियो के साथ नगरपालिका घेराव करेगी।