एनडीपीएस एक्ट को लेकर अफीम उत्पादक मालवा और मेवाड़ अंचल में चर्चाये होती रहती है और इस एक्ट में बदलाव को लेकर भी आवाज़े पिछले कुछ समय से तेज हुयी है यहाँ तक की राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान प्रसाद बेनीवाल ने लोकसभा में शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाया था और कहा था की एनडीपीएस एक्ट में बदलाव किया जाना चाहिए
लेकिन ताजा मामला चौंकाने वाला है, और इस एनडीपीएस एक्ट में बदलाव का मुद्दा एक ऐसी शक्शियत ने उठाया है जिसका अफीम उत्पादक मालवांचल से कोसो दूर का कोई नाता नहीं है उस पूरे मामले को आगे बताऊंगा पर पहले इस पर बात करना आवशयक है की सबसे पहले इस बदलाव का व्हिसिल ब्लोवर कौन है
इस मामले की शुरुआत सबसे पहले की आईपीएस अफसर मनोज कुमार सिंह ने जो उस समय मंदसौर के एसपी थे और वर्तमान में रतलाम रेंज के डीआईजी है उन्होंने मंदसौर एसपी रहते हुए २६ पेज का एक पॉवर पॉइंट परजन्टेशन राज्य सरकार को भेजा था, जिसमे कहा गया था की एनडीपीएस एक्ट में बदलाव किया जाना आवश्यक है और उन्होंने बिंदुवार इसे साबित किया था की इसमें बदलाव क्यों आवशयक है वह जिसपर विस्तार पूर्वक कई खबरे देश भर में छपी थी
उसके बाद इस एक्ट में बदलाव को लेकर मंदसौर से तेजतर्राट सीनियर विधायक यशपाल सिसौदिया ने तो यहाँ तक कह दिया था की यह क़ानून कांग्रेस की देन है और यह विदेशी धरती पर बना था और इसमें बदलाव होना ही चाहिए
लेकिन ताजा मामला उठाया है कॉमेडियन कुणाल कामरा ने उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर तेलंगाना के मिनिस्टर के टी रामाराव से ख़ास बातचीत का एक वीडियो 28 मार्च को पोस्ट किया है जिसमे उन्होंने कहा की एनडीपीएस एक्ट को रिफॉर्म करना चाहिए, क्योकि वो तो हमने ऐसे ही साईन कर दिया था, उन्होंने आगे कहा अमेरिका ने बोला हमसे साईन कर दो हमने कर दिया
कुणाल कामरा के ख़ास शो ऐ शटअप कुणाल के दौरान कही गयी यह बात काफी मायने रखती है, क्योकि कुणाल कामरा राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान रखते है और उन्होंने अपनी स्टडी में पाया की इस क़ानून में बदलाव की आवश्यकता है तो बात में काफी दम है, फिर इसलिए भी की उनका अफीम की खेती से दूर दूर का कोई लेना देना नहीं कॉमेडियन कुणाल कामरा ने एनडीपीएस एक्ट में बदलाव का मुद्दा उठाकर इसे चुनावी वर्ष में नयी हवा दे दी है