नीमच। नीमच जिला युवा काँग्रेस अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह राठौड़ भाटखेड़ा ने यहां जारी एक बयान में आरोप लगाया है कि , धन बल और केंद्र की सत्ता शक्ति के दुरुपयोग से काँग्रेस की कमलनाथ सरकार को असमय गिरा कर फिर से सत्ता में बैठे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के तीन वर्षीय कार्यकाल में सुशासन के दावों की पोल खुल गई है । प्रदेश के अन्य भागों की तरह नीमच जिले के हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार का भूत सिर चढ़ कर बोल रहा है ।
राठौड़ ने कहा कि , जिले में सत्तारूढ़ दल के कतिपय नेताओं और प्रशासनिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार की सड़ांध किस तरह निरन्तर फैलती जा रही है .. भ्रष्ट प्रवृतियां किस तरह बेशर्म ,बेखौफ होकर दुस्साहस पूर्वक मनमानी पर उतारू है इसकी ताजा मिसाल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा के गृह नगर जावद में उनके ही खासमखास माने जाने वाले जनपद अध्यक्ष गोपाल चारण द्वारा खुले आम पचास हजार रु बतौर रिश्वत लेने के लोकायुक्त द्वारा उजागर मामले से सामने आई है ।
षडयंत्र पूर्वक सत्ता हथियाने के बाद तीन साल से अपने आपको साफ सुथरा सिद्ध करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान , नीमच जिले के जावद से निर्वाचित कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा और नीमच तथा मनासा के भाजपा विधायक बारम्बार भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस के बाद दावे - घोषणाएं निरंतर करते चले आ रहे हैं । दुःखद यह है कि , जितनी शक्ति से दावे हो रहे हैं उतनी ही तेजी और व्यापकता से प्रदेश के अन्य भागों की तरह नीमच जिले में भी भ्रष्टाचार , अनाचार अवैध कृत्य बढ़ते चले जा रहे हैं । जिले की समुचित प्रशासनिक व्यवस्था के केंद्र कलेक्टोरेट में भी , दिया तले वाले अंधेरे , वाली उक्ति हूबहू साबित होती जा रही है ।
राठौर ने कहा कि तीन सालों में अपनी सफलता का फर्जी गुणगान करने वाले कैबिनेट मंत्री सखलेचा के अपने जिले में ही जिला स्तरीय एक जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी ने ही पिछले साल जिले की सर्वाेच्च प्रशासनिक हस्तियों को कटघरे में खड़ा करते हुए बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध आर्थिक सहायता में घपले , नियुक्तियों में पक्षपात , ई गवर्नेंस में भ्रष्टाचार , नक्शों के जिटलाइजेशन में अनियमितता , शुद्ध के लिए युद्ध और अवैध उत्खनन के मामलों में संरक्षण जैसे संगीन आरोप लगाए थे । लेकिन इनकी किसी भी स्तर पर कोई जांच नहीं हुई जिले में स्वैच्छाचारित , अवैध को संरक्षण , भ्रष्टाचार के हालात कितने बिगड़ते गए हैं , इस बात का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि तीन सालों में जिला खनिज एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी , टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारी , तत्कालीन पुलिस अधीक्षक तथा कलेक्टर के स्थानांतरण तक शिकायतों के आधार पर हुए हैं । नीमच जैसे छोटे से जिले में पांच शीर्ष अधिकारियों के बदले जाने के यह विशेष उदाहरण यह बताने के लिए पर्याप्त है कि जिले की प्रशासनिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार का मवाद किस तरह फैलता चला गया है ।
राठौड़ ने कहा कि , कैबिनेट मंत्री सखलेचा के क्षेत्र में जावद और धारडी स्थित नगरीय निकाय और पंचायत राज संस्थाओं में हितग्राही मूलक योजनाओं में एक करोड़ रु से भी अधिक के घपले उजागर हुए है । भाजपा सांसद के प्रतिनिधि कमलेश सारडा ने सार्वजनिक रूप से रेत के अवैध कारोबार को संरक्षण देने के लिए भाजपा नेताओं और पुलिस अधिकारियों पर करोड़ो की रंगदारी वसूली के आरोप लगाए थे । जावद पुलिस थाने के कर्मियों ने एनडीपीएस के फर्जी मामले बनाने के कैसे दुस्साहस किये यह जिला जानता है ।
जावद क्षेत्र में मादक पदार्थों के अवैध निर्माण और कारोबार के बड़े अड्डे भी सामने आये है । इसी तारतम्य में अब जावद जनपद अध्यक्ष द्वारा सरपंच से 50 हजार रु रिश्वत लेने का बड़ा मामला सामने आया है । इसके पहले लोकायुक्त की टीम ने एसडीओ ऑफिस जावद , कलेक्टर कार्यालय नीमच और नगरपालिका नीमच परिक्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों को भी रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है । नीमच क्षेत्र में भी अवैध रेती , पीडीएफ योजना के खाद्यान वितरण सामग्री में बड़े घपले , मिलावटखोरी , सट्टा और मादक पदार्थाे की तस्करी के मामले लगातर सामने आ रहे है ।
राठौड़ ने कहा कि , जिले में राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार किस कदर गहरी जड़े जमा चुका है इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि , नीमच क्षेत्र के ग्राम कुचड़ोद निवासी सत्तारूढ़ भाजपा किसान मोर्चे से जुड़े पदाधिकारी को भ्रष्टाचार की राशि देने के बावजूद न्याय नही मिलने से आत्महत्या करनी पड़ गई । इस मामले में राजनैतिक संरक्षण के चलते ठीक से जांच तक नही हुई है । जिले की मनासा विधानसभा क्षेत्र भी अवैध कार्यों का गढ़ बना हुआ है । सालों से अवैध रेत कारोबार , मादक पदार्थों की तस्करी और सरकारी एवं धार्मिक - सामाजिक संस्थानों की बेशकीमती भूमियों के घोटाले छाए हुए है ।
राठौड़ ने कहा कि , तीन वर्षीय कार्यकाल में विकासोन्मुख उपलब्धियों और जन - समस्याओं के समाधान के लिहाज से पूरी नाकाम और जुमलेबाजी करने वाली शिवराजसिंह सरकार के रहते नीमच जिले में सुशासन और भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस के दावे खोखले साबित हो गए है । सत्तारूढ़ दल के निर्वाचित नेताओं के खुले संरक्षण और बेलगाम प्रशासनिक तंत्र के रहते समूचा जिला भ्रष्टाचार की सड़ान्ध से त्रस्त हो रहा है । राठौड़ ने कहा कि इन हालात में जनता परेशान हो चुकी है और स्वच्छ व्यवस्था के लिए अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा के कुशासन को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस चुके हैं ।