चितौड़गढ़ । राष्ट्र सेविका समिति चितौड़ प्रान्त के शिविर में वर्गाधिकारी विमला सेठिया के मार्गदर्शन में प्रातः 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक प्रतिदिन विभिन्न सत्रों के माध्यम से 27 जिलों की 139 बालिकाओं को निरन्तर प्रशिक्षित-दीक्षित किया जा रहा है।
प्रान्त कार्यवाहिका वन्दना वजीरानी ने बताया कि आज के बौद्धिक सत्र की अध्यक्षता सुशीला कंवर आक्या ने की और मुख्य वक्ता डॉ. सुशीला लढ़ा, विभाग बौद्धिक प्रमुख ने स्वाधीनता हेतु समाज जागरण के राष्ट्रीय प्रयत्न विषय पर बालिकाओं को पाथेय प्रदान किया। डॉ. लढ़ा ने बताया कि स्वतन्त्रता संघर्ष में हमारे समाज सुधारकों राजाराम मोहन राय, विद्यासागर, दयानन्द सरस्वती आदि की समाज जागरण में महत्ती भूमिका रही। आर्य समाज, प्रार्थना समाज आदि के माध्यम से समाज में स्वतंत्र होने की राष्ट्रीय भावना जागृत की गई।
डॉ. लढ़ा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में हमें स्वतन्त्रता सेनानियों वीर सावरकर, सुभाष चन्द्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, राजगुरू, भगत सिंह, चन्द्र शेखर आजाद, खुदीराम बोस, विपिन चन्द्र पाल, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री, महात्मा गांधी को नमन-वन्दन करके उनके जीवन कृत्यों से प्रेरणा लेकर भारत की उन्नति, विकास आदि के प्रयत्न जीवन में निरन्तर करते रहना चाहिए। उन्होने बताया कि स्वतन्त्रता हेतु जन जागरण में हमारे चारण कवियों, राष्ट्रीय कवियों की राष्ट्रीयता से ओतप्रोत कविताओं से जन-जन में स्वतन्त्रता प्राप्ति का जुनून पैदा हो गया। इन सबसे प्रेरणा लेकर हम बालिकाएं भी अपने दायित्व को समझे और स्वयं प्रशिक्षित, सशक्त शक्तिशाली होकर परिवार, समाज, राष्ट्र निर्माण में अपना महत्ती योगदान दे।