देवास। विगत दो माह से कंपनी में कई प्रकार की समास्याओं से श्रमिक परेशान हो रहे है। कंपनी प्रबंधक द्वारा श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है। एक व्यक्ति को कंपनी द्वारा बैवजह बाहर निकाल दिया गया साथ ही अन्य कुछ श्रमिकों को कंपनी द्वारा अंदर काम पर नहीं लगाया जा रहा है। उक्त आरोप कंपनी के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए महेन्द्र सिंह परिहार भारतीय मजूदर संघ इंजीनियर संगठन जिला महामंत्री ने लगाए। मजदूरों ने कहा कि हम हमारा अधिकार मांगने के लिए यहां बैठे है। कंपनी द्वारा बिना बताए श्रमिकों को निकाल दिया गया। कुल ऐसे करीब 17 कर्मचारी है। जो पिछले कई दिनों से कंपनी से बाहर कर दिए गए है। श्रमिकों का आरोप हैकि कंपनी प्रबंधक उनसे बात भी नहीं कर रहा। श्रमिकों की मांग है कि उन्हें वापिस में कंपनी में लिया जाए। वही मौके पर पहुंचे तहसीलदार सपना शर्मा, श्रम निरीक्षक जसपाल सिंह,थाना प्रभारी औद्योगिक अजय चानना, मानव अधिकार आयोग महामंत्री जीतू रघुवंशी, संभागध्यक्ष संदीप उपाध्याय नगरध्यक्ष विशाल गुजेवार, ने कर्मचारियों और कंपनी प्रबंधन से चर्चा की।तहसीलदार सपना शर्मा द्वारा बताया गया कि थाने के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी की 17 मजदूर है जिनको दीप इंजीनियरिंग कंपनी प्रबंधन ने काम से निकाल दिया जिसके विरोध में सारे कर्मचारी इखट्टे हो गए थे प्रबंधन से बात की है इनका जो प्रकरण है जो श्रम न्यायालय में लंबित है कंपनी प्रबंधन का कहना है कि 16 लोगों को लेने के लिए हम तैयार हैं परंतु एक मजदूर को हम टर्मिनेट कर चुके है ऐसी स्थिति में हम निर्णय अभी नहीं ले सकते। जिसके चलते बुधवार तक का समय कंपनी मालिक द्वारा कर्मचारी को दिया गया है मानव अधिकारी ब्यूरो जीतू रघुवंशी ने बताया कि दीप इंजीनियरिंग कंपनी में आए थे यहां कंपनी द्वारा मजदूरों को बाहर कर दिया गया है। इनकी समास्याओं को सुनकर कंपनी में बात की है। कंपनी प्रबंधक का कहना है कि एक व्यक्ति को हमने बाहर किया है। हम 16 मजदूर को लेने के तैयार है कर्मचारियों को बुधवार तक का समय मांगा है।