मंदसौर। जिले की सुवासरा विधानसभा के खेजडिया में हनुमंत कथा करने पहुंचे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का गुरुवार को दिव्य दरबार लगा। मंच से उन्होंने कहा कि वे अगले दो तीन दिनों तक एकांतवास पर रहेंगे। इस दौरान वे हिंदू धर्म पर किताब लिखेंगे। ये किताबें स्कूल और कॉलेज में फ्री में बांटी जाएंगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में फिल्म केरला स्टोरी में भी इस बात की चर्चा हुई थी, इसीलिए वे अब लोगों को बताने के लिए किताब लिखेंगे की हिंदू धर्म क्या है।
दिव्य दरबार के दौरान एक पुलिसकर्मी अपनी पत्नी के साथ पहुंचे। उन्होंने अपनी पीड़ा बताते हुए बागेश्वर बाबा से कहा कि उनकी बहू संत रामपाल बाबा की भक्त है। वह हमें घर में पूजा-पाठ नहीं करने देती है। कहती है कि मूर्ति पूजा नहीं करना। वह बाबा रामपाल भक्ति के लिए दबाव बनाती है। जबकि वे भगवान शिव की आराधना करते हैं।
इस पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि संतों को वे नमन करते हैं, लेकिन कोई भी संत भगवान से बड़ा नहीं है। कोई संत हमारी धर्म संस्कृति पर प्रहार करेगा तो कोई हिन्दू इसे सहन नहीं करेगा। उन्होंने संत रामपाल के अनुयाइयों को भी संदेश दिया की, भगवान को नहीं मानने वाले संत के संदेश को नहीं मानें और माता-पिता और भगवान की नियमित पूजा करें।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हनुमान जी कलयुग के राजा हैं और उनकी पूजा मात्र से सभी कष्ट दूर होते हैं। दिव्य दरबार के बाद धीरेंद्र शास्री ने प्रेत दरबार भी लगाया, जिसमें प्रेत बाधा से बाधित लोगों को मुक्ति दिलवाने का दावा किया। जब प्रेत दरबार का आयोजन चल रहा था, तब मंत्री हरदीप सिंह डंग भी वहां मौजूद थे।