ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को ग्वालियर प्रवास के दौरान शहर भ्रमण पर रहे। इस दौरान वह मुरैना जिले के ऐंती पर्वत स्थित शनिश्चरा धाम के दर्शन गए। वहां पूजा अर्चना के बाद ग्वालियर के रमौआ डैम का निरीक्षण किया। इसके बाद सिंधिया ने मुरार नदी में श्रमदान करते हुए उसको पुराने वैभव में लौटने का संदेश शहरवासियों को दिया। सिंधिया ने वहां एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधा भी लगाया।
मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर मुरार नाले को मुरार नदी बनाने के साथ टूरिस्ट प्लेस के रूप में तैयार करने को लेकर चर्चा भी की। कहा कि मैं बधाई देना चाहता हूं हमारे सभी कारसेवकों को जिन्होंने 1 महीने से जी जान लगाकर मुरार नाले को मुरार नदी के रूप में स्थापित करने का काम किया है। यही एक योगदान पूरे शहर में स्वर्णरेखा नदी को लेकर स्थापित करना होगा और इसके लिए मैं सभी शहरवासियों से निवेदन करता हूं कि आप सब भी श्रमदान करने की योजना बनाए और सब मिलकर ग्वालियर का गौरव केवल आधुनिकता के आधार पर ही नहीं केवल परंपरा के आधार पर ही नहीं बल्कि प्रकृति के आधार पर भी उसको लौटाए। आज से शहर के लोगों को अब इसे मुरार नाला नहीं मुरार नदी कह कर ही बुलाना चाहिए।