रामपुरा। सर्वविधित है कि मा.सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त 2024 को SC.ST वर्गो के आरक्षण में उप-वर्गीकरण करने एवं क्रिमिलियर लगाने संबंधी आदेश दिया था जिससे SC.ST वर्ग के करोड़ो लोगो के संवैधानिक अधिकार खतरे में पड़ गए है। SC.ST वर्गो को संविधान के अनुच्छेद 15 (4) एवं 16 (4) में सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से पिछड़ेपन के लिये आरक्षण (प्रतिनिधित्व ) देने की व्यवस्था की गई है। मा. सुप्रीम कोर्ट ने इन वर्गो के आरक्षण में किमिलियर लगाने एवं उपवर्गीकरण करने का अधिकार राज्य सरकारो को दे
दिया है जबकि अनुच्छेद 341 एवं 342 के तहत किसी जाति उपजाति को SC.ST वर्ग की सूची में जोड़कर आरक्षण के दायरे में लाने या आरक्षण के दायरे से बाहर करने का
अधिकार महामहिम राष्ट्रपति महोदय / केन्द्र सरकार को है। न कि राज्य सरकार को । हम सब की एक मात्र नेता बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा आदर्णीय बहन कु. मायावती जी ने उक्त आदेश का 4 एवं 10 अगस्त को प्रेस वार्ता करके कड़ा विरोध किया। मा.बहन जी ने सरकार को अध्यादेश लाने एवं स्पेशल संसद सत्र बुलाकर न्यायालय के उक्त आदेश को निष्प्रभावी बनाने के लिये बिल पास कर आरक्षण विषय को संविधान की 9वीं अनुसूची में डालने को कहा था।देश में SC.ST वर्गों के साथ 75 वर्ष की आजादी के बाद आज भी जातीय आधार पर अत्याचार एवं भेद-भाव होता है। सरकारों की इन वर्गो के प्रति अच्छी नियत नही होने से लाखों पद बैकलॉग के खाली है।
मा. सुप्रीम कोर्ट के उक्त आदेश से दुःखी होकर समाज ने 21 अगस्त को आंदोलन(भारत बंद) का ऐलान किया है। उक्त आन्दोलन का बहुजन समाज पार्टी समर्थन करती है। बहन जी के आदेश पर बसपा के सभी कार्यकर्ता अपने-अपने जिला में अनुशासन में रहकर पार्टी का झंडा बैनर लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन देगें। किसी उपद्रव, तोड़फोड़ में सम्मलित नहीं होगें। बसपा के कार्यकर्ता बाबा साहब को मानने वाले बहन जी के अनुशासित सिपाही है।