नीमच। मध्यप्रदेश में सोयाबीन फसल की कीमत अपने पिछले 10 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है। इसे लेकर किसानों में भारी असंतोष है। किसानों का यह असंतोष आंदोलन में परिवर्तित होता भी दिख रहा है।
मालवा के नीमच, मंदसौर व रतलाम जिले में भी सोयाबीन के गिरते दामों पर गांव-गांव में पंचायतें बैठ रही है। इसी बीच कल गुरूवार को किसान नेता डीपी धाकड़ नीमच की कृषि उपज मंडी पहुंचे थे। उन्होंने अन्नदाताओं का दर्द जाना था। किसानों से चर्चा के बाद किसान नेता डीपी धाकड़ ने वॉईस ऑफ एमपी की रिपोर्टर राधा बैरागी से सोयाबीन के दामों को लेकर खास चर्चा की थी। इस खबर ने प्रसारित होते ही सरकारी सिस्टम को हिला दिया। प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी वॉईस ऑफ एमपी की खबर को फेसबुक पर पोस्ट कर केंद्र की मोदी और एमपी की मोहन सरकार पर जमकर तंज कसा।
नीमच की मंडी में दिखा खबर का असर-
वॉईस ऑफ एमपी न्यूज चैनल में प्रसारित खबर का असर दूसरे दिन ही दिखाई भी दिया। आज शुक्रवार को नीमच और जीरन की कृषि मंडी में सोयाबीन अधिकतम 5 हजार रूपये के पार नीलाम हुई। सोयाबीन के भावों में उछाल का श्रेय भी अन्नदाताओं ने वॉईस एमपी की टीम को दिया है।