ग्वालियर। ग्वालियर कलेक्ट्रेट पर आज हजारों की संख्या में ब्राह्मण समाज के लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन डबरा तहसील के झांसी रोड चौराहे पर परशुराम चौक के निर्माण कार्य को पुनः शुरू करने की मांग को लेकर किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मंत्री इमरती देवी, जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शन के दौरान, अपने बंगले की ओर जा रहे सिंधिया समर्थक ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के काफिले को रोकना पड़ा, और उन्हें प्रदर्शन को देखते हुए पीछे के रास्ते से निकलना पड़ा। ब्राह्मण समाज के नेताओं ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि अगर आगामी 7 दिनों में परशुराम चौक के निर्माण कार्य को फिर से शुरू नहीं किया गया, तो वे सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।
डबरा तहसील के विभिन्न चौराहों पर अलग-अलग समाजों की विभूतियों की प्रतिमाएं स्थापित हैं। इसी क्रम में ब्राह्मण समाज ने झांसी रोड चौराहे को परशुराम चौक के रूप में विकसित करने की मांग की थी। डबरा नगर पालिका द्वारा इस चौक का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा था, जिसका भूमि पूजन भी हो चुका था। लेकिन अचानक नगर पालिका ने निर्माण कार्य को रोक दिया, और एनएचएआई द्वारा आपत्ति दर्ज कराने की बात कही गई।
हालांकि, समाज के लोगों का कहना है कि एनएचएआई का रास्ता अब बाईपास से होकर गुजरता है, इसलिए इस आपत्ति का कोई आधार नहीं है। समाज का मानना है कि यह निर्माण कार्य राजनीति का शिकार हो गया है। ब्राह्मण समाज के नेताओं ने कहा कि अगर जल्द ही परशुराम चौक का निर्माण कार्य फिर से शुरू नहीं किया गया और फरसे की स्थापना नहीं हुई, तो वे ग्वालियर और आसपास के जिलों में उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। इस पूरे मामले को लेकर अंचल के दो बड़े राजनीतिक नेताओं के बीच टकराव की चर्चा भी तेज हो गई है। प्रदर्शन के दौरान एक पक्ष के दिग्गज नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है।