नीमच। स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उपभोक्ताओं के बिल दो तीन नहीं बल्कि जानबूझकर कई गुना अधिक दिए जा रहे रहे हैं। ऐसे कई बिजली बिल सामने आने से कंपनी की लूट को उजागर हो गई है। उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में खपत कम है और बिल पचास हजार रु के आसपास आ गए और मुख्य बात यह हैं की मामला सामने आने के बाद बिजली कंपनी के अधिकारी खुद मान रहे है कि हां हमसे गलतियां हुई है।
कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरुण बाहेती ने प्रेस वार्ता कर नीमच में बिजली कंपनी पर उपभोक्ताओं से बड़ी लूट करने का आरोप लगाते हुए कहा की विद्युत् विभाग जानबूझकर बढे हुए बिजली बिल दे रही है जिसके सबूत तथ्यों के साथ सामने आये है। बाहेती ने बिजली बिलों को दिखाते हुए बताया कि उनके पास उपभोक्ता द्वारा ऐसे बिल दिए गए हैं जिनमें बिलों में खपत तो 200 से 300 यूनिट दर्शाई जा रही है लेकिन बिल 50000 रु के आसपास आये है । बाहेती ने कहा की जब इसके बारे मैंने बिजली कंपनी के अधिकारियों से बात करी तो उन्होंने कहा कि तो उन्होंने स्वीकार किया की हमसे गलती हुई है अब हम बिल सुधार कर दोबारा भेजेंगे। बाहेती ने इस बड़े मामले में नीमच की विद्युत् वितरण कंपनी के पूरी जिम्मेदार अधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया है। बाहेती ने आरोप लगाया की कंपनी द्वारा रेवेन्यू बढ़ाने के लिए नीमच में ऐसे दस हजार से अधिक उपभोक्ताओं के बिलों में गड़बड़ी की गई है। बाहेती ने जिला प्रशासन से नीमच के प्रत्येक उपभोक्ता के बिजली बिल की दोबारा जांच करने की मांग की गई है। बाहेती ने इसके लिए विद्युत वितरण कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों पर धोखाधड़ी का आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग करी है।
बाहेती ने कहा कहा कि ये ऐसी लूट है जिसका उपभोक्ता को पता ही नहीं चलता और वे भरोसा कर बिल अदा कर देते है। बिजली बिल ऑनलाइन आने के बाद कई लोगो ने ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने के लिए फोन पे,गूगल पे,पेटीएम आदि पर आटो पे सिस्टम कर रखा है ताकि बिजली बिल की राशि अपने आप खाते जमा हो जाए। ऐसे हजारों रुपए के बिल आने पर कई लोगों तब पता चलता है जब उनके बैंक खाते से ऑटो पर सिस्टम के कारण बिजली के बिल का भुगतान हो जाता है। इसमें कितने लोगो का कितना नुक़सान हो रहा है , इसका अंदाजा लगाना ही मुश्किल है। बिजली कंपनी में बिल की राशि जमा होने पर कोई रिफ़ंड नहीं होता हैं। उपभोक्ता की यह राशि राशि बिलों में ही एडजस्ट की जाती, उसमें भी कब कितनी राशि माइनस की गई पता ही नहीं चलता है। अब मामला उजागर होने के बाद नीमच के बिजली कंपनी में बवाल मचा हुआ है।
जांच की मांग के बाद भी काटे जा रहे हैं कनेक्शन -
बाहेती ने कहा कि स्मार्ट मीटर के खिलाफ किए गए आंदोलन के दौरान बिजली कम्पनी के अधिकारीयों ने आम जनता और मिडिया के सामने कहा था की अगर स्मार्ट मीटर लगाने के बाद किसी के यहां दो से तीन गुना अधिक बिल आ रहे हैं तो वह जाँच का आवेदन दे तो जाँच होगी और उसके बाद ही बिजली काटी जाएगी लेकिन जांच का आवेदन देने के बाद भी बिजली कंपनी द्वारा रोज़ाना लोगो के जबरन कनेक्शन काटे जा रहे हैं। कोई जाँच नहीं की जा रही कंपनी के अधिकारीयों ने यह भी कहा था कि आवेदक के यहां हम जाँच करने के लिए छोटे मीटर लगायेंगे, किंतु एक भी जगह मीटर नही लगाया । हालात यह है कि विद्युत कंपनी के अधिकारी खुद अपनी बात से पलट रहे है।
सोलर सिस्टम लगे होने के बाद भी आ रहे हैं भारी भरकम बिल -
बाहेती ने बताया की नीमच में कई घरों पर सोलर सिस्टम लगे हुए है जो कंपनी को उल्टा बिजली बेचते है उनके यहाँ स्मार्ट मीटर से पहले उनके बिल माइनस में आ रहे थे लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद इन घरों में दस हज़ार रुपया से अधिक के बिजली बिल आ रहे है । सोलर लगाने वाले उपभोक्ता भी समझ नहीं पा रहे है कि ये क्या हो रहा है। बाहेती ने बिजली कंपनी के कर्मचारियों व अधिकारियों की गलती का एक अन्य बड़ा मामला उजागर करते हुए बताया की नीमच के दो बड़े उपभोक्ताओं ने सोलर सिस्टम लगवाया जो विद्युत कंपनी के इंजीनियर ने गलत तरीके से फिट कर दिया। जो की उपभोक्ता को पता ही नहीं और वह बराबर बिल जमा करता रहा। बिजली कंपनी की सर्वे टीम ने भी जांच कर सोलर सिस्टम को सही बताया था लेकिन अचानक 15 माह बाद उपभोक्ताओं को 20 लाख रुपए से अधिक का नोटिस थमा दिया। इस माममें में भी बिजली कंपनी का अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि हमारे इंजीनियर से सोलर सिस्टम लगाने में गलती हुई है उसमे गलत तरीके से सोलर सिस्टम लगा दिया लेकिन बिल तो आपको भुगतान करना पड़ेगा।
बिजली कंपनी की लूट पर क्यों खामोश है विधायक सांसद -
कांग्रेस नेता व जिला पंचायत सदस्य तरुण बाहेती ने कहा की जानबूझकर बढ़ा कर बिजली बिल सामने आने के बाद बिजली कंपनी की लूट का दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है। बिजली कंपनी की चोरी सामने आने का बाद उनके अधिकारीयों द्वारा स्वीकार किया जा रहा है कि हमसे गलतियां हो रही है। बाहेती ने कहा की कुल मिलाकर विद्युत वितरण कंपनी की खुली लूट उजागर हो गई है। बिजली कंपनी इसे मानवीय भूल बता रही है जबकि यह सोची समझी साजिश है जो मामला खुलने पर सामने आ गई है। बाहेती ने समूचे नीमच के बिजली बिलों की दोबारा जांच करने की मांग करी है। बाहेती ने कहा की बिजली कंपनी लोगों को सरेआम लूट रही है और विडंबना है कि हमारे निर्वाचित जनप्रतिनिधि विधायक और सांसद बिजली कंपनी की है इस हठ धर्मिता को देखने के बाद भी गुमसुम बने हुए हैं। बाहेती ने जिला प्रशासन से नीमच के प्रत्येक उपभोक्ता के बिजली बिल की दोबारा जांच करने की मांग की गई है। बाहेती ने इसके लिए विद्युत वितरण कंपनी के जिम्मेदार अधिकारियों पर धोखाधड़ी का आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग करी है।