मनासा। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधी आर सागर कछावा 16सुत्रीय मांगो को लेकर मंगलवार को एसडीएम पवन बारिया को आवेदन देने के बाद कोर्ट के बाहर आमरन अनशन पर बैठे। जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष और आदिवासी किसानो ने माला पहनाकर अनशन शुरू करवाया। पहले ही दिन आमरन अनशन को किसानो के साथ ही कांग्रेस का भी समर्थन मिला। वहीं रामपुरा क्षेत्र के गांव भदाना से 10 महिलाओं ने भी मनासा पहुंचकर अनशन को अपना समर्थन दिया।
आमरन अनशन से पहले जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधी किसानो और कांग्रेस कार्यकर्ताओ के साथ 11.30 बजे जनपद पंचायत के सामने से रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां पर एसडीएम पवन बारिया को 16 सुत्रीय मांगो को लेकर किए जा रहे आमरन अनशन के बारे में आवेदन सौंपा। एसडीएम को आवेदन देने के बार अभिजित मुर्हुत में कछावा ने आमरन अनशन शुरू किया। पहले दिन अनशन को जनता का अच्छा खासा समर्थन मिला।
आमरण अनशन में उपस्थित किसानो और आमजन को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधी कछावा ने कहा कि क्षेत्र के आदिवासीयों और किसानो के साथ आमजन के साथ हो रही ज्यादतियों एवं 16 सुत्रीय मांगो को लेकर मुझे आमरन अनशन करने पर मजबुर होना पडा। प्रशासन सरकार के दबाव में जनता की समस्याओं को अनदेखा कर रहा है। आपकी समस्याओं को लेकर 13 अगस्त को प्रशासन को अल्टीमेटम दिया था। उसके बाद भी एक भी समस्यां का समाधान नही किया गया। इससे पहले भी खिमला ब्लाक में ग्रीनको कंपनी के खिलाफ किसानो के हित में धरना प्रदर्शन किया था। लेकिन कुछ राजनीति लोगो ने षडयंत्र कर उसे विफल कर दिया। कछावा ने जिले के तत्कालीन कलेक्टर रहे दिनेश जैन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कलेक्टर ने निजी कंपनीयों और सत्ता पक्ष के दबाव में आदिवासीयों की जमीनो के विक्रय आदेश नियम विरूद्व किए। कलेक्टर जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज होना चाहिए। निजी कंपनीयों द्वारा जो किसानो की जमीने कोडीयों के भाव खरीदी गई उन्हे न्याय मिलना चाहिए। ऐसी 16 मांगो का जब तक प्रशासन हल कर न्याय नही करेगा तब तक अनशन पर बैठा रहूंगा। न्याय के लिए भले ही मेरी जान क्यों नही चली जाएं।
जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष चंद्रशेखर पालीवाल ने कहा कि कछावा द्वारा जो आमरन अनशन किया जा रहा है वो निजी स्वार्थ के लिए नही बल्कि किसानो, आदिवासीयों और आमजन की समस्याओं को लेकर किया जा रहा है। इनका उद्देश्य पवित्र है। पालीवाल ने कहा कि पटवारीयों द्वारा किसानो के साथ में जिस तरह से भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन पटवारीयों के खिलाफ एसडीएम कार्रवाई क्यों नही कर रहे है। कार्रवाई नही होने से ऐसा लगता है कि इसमें एसडीएम साहब भी बराबरी के हिस्सेदार है। प्रतिदिन हर गांव से ग्रामीण जन आए और आमरन अनशन को अपना समर्थन दे। कछावा के साथ कांग्रेस पुरी ताकत के साथ में खडी है और समर्थन करती है।
आमरन अनशन को कुकडेश्वर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश राठौर, किसान कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश धनगर, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष लखन तुगनावत, हिम्मत सिंह चंद्रावत, जाकीर अंसारी, राजाराम रावत, मानसिंह, सहित बडी संख्या में किसान आदिवासीयों ने समर्थन दिया। संचालन पूर्व किसान कांग्रेस अध्यक्ष ओम रावत ने किया।