उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में 19 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंचेंगी। राष्ट्रपति के आगमन पर मंदिर समिति द्वारा मंदिर के नंदीहाल और गर्भगृह को फूलों से सजाया जाएगा। राष्ट्रपति जिस प्रवेश द्वार से प्रवेश करेंगीं उस मार्ग से मंदिर के अंदर तक फूलों से सजावट करने के साथ ही रेड कारपेट बिछाया जाएगा।
सुबह 10 से 11 बजे के बीच श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेंगी राष्ट्रपति
श्री महाकालेश्वर मंदिर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आने का प्रस्तावित कार्यक्रम 19 सितंबर का है। प्रशासनिक स्तर से अभी उज्जैन के लिए अधिकृत कार्यक्रम नहीं आया है, लेकिन प्रारंभिक कार्यक्रम में जानकारी मिली है कि राष्ट्रपति इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह के पहले सुबह 10 से 11 बजे के बीच श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेंगी। लिहाजा तैयारियों का दौर भी शुरू हो गया है।
राष्ट्रपति पहली बार उज्जैन ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर के दर्शन को आ रही हैं। इसके लिए मंदिर में उनके आने वाले प्रवेश द्वार से मंदिर तक सजावट की जाएगी। वहीं भगवान महाकाल के गर्भगृह और नंदी हॉल में फूलों से साज-सज्जा करने के निर्देश मंदिर प्रशासन के अधिकारियों ने दिए हैं।
राष्ट्रपति के लिए मंदिर में नए बने शिखर दर्शन की छत के नीचे एक ग्रीन रूम तैयार किया जा रहा है। राष्ट्रपति के आगमन से पहले से ही संपूर्ण व्यवस्था राष्ट्रपति भवन के सुरक्षा अधिकारियों के हाथों में रहेगी, अन्य कोई भी व्यक्ति इसमें प्रवेश नही कर सकेगा। संभव है कि एक-दो दिन में ही सुरक्षा अधिकारी मंदिर आकर व्यवस्थाएं देखेंगे।
गर्भगृह में चांदी की सफाई भी होगी
राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए ग्रीन रूम की तैयारी के साथ ही कोटितीर्थ कुंड की सफाई शुरू हो गई है। कुंड के आस-पास रंगरोगन किया जाएगा। दो से तीन दिन में ही गर्भगृह में रूद्र यंत्र, चांदी की दीवारों, चांदी द्वार की सफाई शुरू हो जाएगी। राष्ट्रपति को मंदिर समिति की ओर से प्रतीक चिह्न भेंट किया जाएगा या नहीं इसका निर्णय राष्ट्रपति के सुरक्षा अधिकारी आने के बाद ही तय होगा।