नीमच। नीमच विधानसभा में कॉंग्रेस से चुनाव लड़ने का ख्वाब देखने वाले नेताओं की संख्या आधे दर्जन से अधिक है। उन आधा दर्जन नेताओं में कुछ तो अभी घर में दुबके हुए है और कुछ अखबारी नेता बनकर काम कर रहे है, जबकि जमीनी धरातल पर जिलाध्यक्ष की निष्क्रियता के चलते तीनों तहसीलों में हालात बदतर हो रहे है। नीमच शहर में ब्लाक कॉंग्रेस अध्यक्ष राकेश अहीर, मोनू लोक्स व जिला सेवादल के अध्यक्ष गजेन्द्र यादव की सक्रियता तो है लेकिन वे उनके उच्च नेतृत्व जिलाध्यक्ष की निष्क्रियता के आगे वे कुछ भी कर नहीं पा रहे है।
शहर में अखबारी नेता अधिक हो गये है जनता की लड़ाई लड रहे है आवाज उठा रहे है वो भी अखबार के माध्यम से जबकि जमीनी धरातल पर जनता के लिये कॉंग्रेस का आंदोलन,धरना प्रदर्शन अब स्वप्न हो चला है। विपक्ष की भूमिका नहीं रही है। भाजपा को अब कॉंग्रेस से कोई नुूकसान नहीं क्योंकि भाजपा की सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरूद्ध अपना विरोध दर्ज करने वाली कॉंग्रेस अब शहर में नजर नहीं आ रही है।
दिग्गी राजा मंजे हुए राजनीतिज्ञ है लेकिन उनको शहर की जिले की झूठी तस्वीर दिखाने वाले कॉंग्रेस के साथ अनीति कर रहे है। इस संबंध में कॉंग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने चर्चा में कहा कि दिग्गी राजा को किसी भी नेता की बातों में ना आकर, अखबारी नेताओं की बातों में ना आकर स्वयं जिले की सुध ले जिससे नीमच जिले की वास्तविक ििस्थ्त सामने आयेगी। नीमच जिले को अखबारी नेताओं से आजादी दिलाना चाहिये और जिलाध्यक्ष व ब्लाक अध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनाना चाहिये कि वो जमीनी धरातल पर काम करे ना कि अखबारी नेता बनकर कॉंग्रेस पार्टी को जिले में खोखला बनाने का काम करे।