चित्तौड़गढ़। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज यहां मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के कार्यकाल को निराशाजनक बताते हुए कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को मीडिया, प्रतिपक्ष और आम जन की भावनाओं को समझते हुए गुड गवर्नेंस की ओर ध्यान देना चाहिए।
गहलोत गुरुवार को निंबाहेड़ा रोड स्थित आनंदम रिसोर्ट में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आए दिन हवाई यात्राएं और दौरे कर रहे हैं लेकिन जनता की समस्याएं सुनना और जन भावना के अनुरूप कार्य कहीं धरातल पर दिखाई नहीं दे रहे हैं, इसका सदुपयोग कर रहे हैं या दुरुपयोग, यह तो वही जानें। लेकिन उनके दौरे लगातार हो रहे हैं, हेलीकॉप्टर और हवाई जहाज हवा में उड़ते दिखते हैं।
गहलोत ने कहा कि मैं उनसे यही कहना चाहता हूं कि आप जितना चाहें दौरा करें, यह आपकी मर्जी है। लेकिन आप गवर्नेंस यानी शासन व्यवस्था पर भी ध्यान दीजिए क्योंकि इस समय आप राज्य के मुख्यमंत्री हैं। आपको मुख्यमंत्री बने सिर्फ डेढ़ साल ही हुआ है, और हम भी चाहेंगे कि आप सफल रहें। उन्होंने सलाह दी कि मीडिया, विपक्ष और नेता प्रतिपक्ष क्या कह रहे हैं, इसे ध्यान से सुनें। इससे सरकार को भी फायदा होगा।
गहलोत, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘संविधान बचाओ अभियान’ के तहत प्रतापगढ़ में आयोजित सभा में शामिल होने जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने चित्तौड़गढ़ में निंबाहेड़ा रोड स्थित आनंदम रिजॉर्ट में पूर्व राज्य मंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत के नेतृत्व में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को भी संबोधित किया।
अपनी सरकार की योजनाओं पर बात करते हुए गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने आमजन को ध्यान में रखते हुए कई जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की थीं, खासकर चिकित्सा क्षेत्र में। हमने ऑपरेशन, टैक्स और दवाइयां सब फ्री की थीं, जिससे घर-घर के बीमार लोगों को राहत मिली थी। लेकिन भाजपा सरकार ने इन योजनाओं को या तो बंद कर दिया या बदल दिया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने कहा कि योजना वही है, लेकिन अब यह 25 लाख की बजाय 5 लाख में सिमट गई है। इससे यह योजना अब सिर्फ कागजों में रह गई है।
गहलोत ने पानी और बिजली की कटौती, बजरी माफिया के बढ़ते प्रभाव और बढ़ते अपराध को लेकर भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हमारे शासनकाल में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बजरी खनन रुका था, लेकिन हमने कार्रवाई की थी। अब खुलेआम बजरी माफिया हावी हो गए हैं, हत्या जैसी वारदातें हो रही हैं और अपराध लगातार बढ़ रहा है। गहलोत ने कहा कि यह सब देखते हुए सरकार को अब गंभीरता से शासन व्यवस्था सुधारने पर ध्यान देना चाहिए।
जब गहलोत से सचिन पायलट और उनके संबंधों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने हल्के फुल्के अंदाज में कहा कि राज्य के मीडिया का एक वर्ग अब निराश हो गया होगा क्योंकि उनके पास अब इस विषय में कोई नई खबर नहीं रहेगी। उन्हें अब तकलीफ होने वाली है।
इस दौरान पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत और कांग्रेस जिलाध्यक्ष भैरूलाल चौधरी, डेयरी अध्यक्ष बद्रीलाल जगपुरा भी मौजूद थे।