नीमच। जीरन थाना क्षेत्र के कुचड़ोद निवासी किसान मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष बलवंतदास बैरागी के सुसाइड केस मामले में आज एक और नया मोड़ आया है। मौत के एक दिन बाद जैसे ही उनके वीडियो सामने आए तो हर किसी के रौंगटे खड़े हो गए। उन्होंने मौत से पहले जो वीडियो बनाए उसमें उन्होंने प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों व परिवार के लोगों पर डराने-धमकाने का आरोप लगाया है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि जमीन के नामांतरण को लेकर वे विधायक, भाजपा पार्टी के जिलाध्यक्ष सहित तमाम नेताओं के सामने हाथ जोड़ चुके हैं। पटवारी व गिरदावर को नामांतरण के लिए रूपये भी दिए। बावजूद उनका काम नहीं हुआ। इतना ही नहीं उन्हें लगातार एनडीपीएस केस में फंसाने की धमकियां दी गई। उन्होंने अपने वीडियो में कहा कि मैं मरना नहीं चाहता हूं और जीना चाहता हूं, लेकिन इन अधिकारियों द्वारा लगातार मुझे परेशान किया जा रहा है। इसीलिए मैं यह दुनिया छोड़कर जा रहा हूं। मेरा प्रशासन से निवेदन है कि कभी हो जाए तो काम करवा देना, नहीं तो कोई बात नहीं, मेरे बाद मेरे परिवार को परेशान नहीं किया जाए।
11 वीडियो हुए वायरल, सभी में चौंकाने वाला सच-
बलवंत दास सुसाइड केस के बाद कुल 11 वीडियो वायरल हुए हैं। इन 11 वीडियो में बलवंत दास ने भूमि नामांतरण को लेकर आ रही परेशानी का जिक्र करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों सहित परिवार के गोपाल दास, लाला दास, सुनिता, जसोदा बाई पति मोहनदास, गुलाब सिंह, गट्टू सिंह व बलबहादुर सहित अन्य परिजनों पर आरोप लगाया है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि मैंने कई बार नामांतरण के लिए भाजपा के विधायक, जिलाध्यक्ष सहित तमाम जनप्रतिनिधियों के सामने गुहार लगाई। गिरदावर व पटवारी को 25-25 हजार रूपये भी दिए, लेकिन मेरे पक्ष में कोई कार्रवाई नहीं हुई। उलटा मुझे लगातार एनडीपीएस एक्ट में फंसाने की धमकियां मिल रही है। मेरे केस में 3-3 तहसीलदार बदल गए हैं। तहसील कार्यालय जीरन के चक्कर काट-काट कर परेशान हो गया हूं। रविदास के कहने पर पटवारी रोज खेत पर आकर प्रताड़ित करता है।