कसरावद। इस्लाही तकरीर में महाराष्ट्र के मालेगांव से आए इरफान रजा ने कहा इस्लाम मोहब्बत और अमन का पैगाम देता है। भाईचारे का पैगाम देता है।
मोहम्मद साहब के जीवन से जोड़कर बखूबी देखा जा सकता है। कहा कि दिखावे में ना पड़े कुरान व मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलना चाहिए। इसी में हम सब की भलाई है। मौलाना इरफान रजा ने कहां तकलीफ उठा लो लेकिन दूसरे को तकलीफ ना होने दो और मैं इस्लाम का पैगाम देना चाहता हूं। अपने मुल्क में शांति रहे, दंगा फसाद ना हो और हमारे किसी भाई को तकलीफ ना हो। इस्लाम इंसानियत की हिफाजत करता है सच्चाई ईमानदारी वफादारी इसकी बुनियाद में है। पूरे विश्व को भाईचारा मोहब्बत अमन व सुकून का पैगाम दिया कुरान व अल्लाह के रसूल के पैगाम से दूरी की वजह से आज हम परेशान हैं। नमाज और कुरान हमें गुमराही से बचाती है। वह रास्ता बताती है जिस पर चलकर इंसान बुराई से दूर हो, हर हाल में अपने लड़के और लड़कियों को तालीम दे।
प्रोग्राम में मालेगाव से आए मौलाना इरफान रजा ने अपनी बात कही। कार्यक्रम के दौरान जामा मस्जिद इमाम नईम अख्तर साहब, मोहम्मदी मस्जिद इमाम हाफिज सईद, गौसिया मस्जिद इमाम नौशाद आलम तस्लीम खान पूर्व पार्षद सैयद सज्जाद अली फिरोज खान एवं समाज जन मौजूद थे।