नीमच। गोवा में 8 दिसंबर से आयोजित हो रहे चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद महासम्मेलन में नीमच जिले से औषधि उत्पादक एवं नवाचारी कृषक कमलाशंकर विश्वकर्मा, भाटखेड़ी भाग लेंगे। आयुष मंत्रालय द्वारा प्रदेश के सभी जिलों से 4-4 नाम मांगे गए थे, जिसमें से रेंडमली 10 उत्कृष्ट औषधी उत्पादक किसानों का चयन किया गया।
इनके द्वारा वर्तमान में औषधियों के प्राकृतिक संरक्षण एवं अनुसंधान विषय पर काफी काम किया जा रहा है। वर्षा काल में इनके फार्म पर लगभग 40 प्रकार की औषधियां उपलब्ध रहती है। कमलाशंकर विश्वकर्मा ने बताया कि आयुर्वेद में औषधीय पौधों का बड़ा महत्व है और उन्हें संरक्षित करने की जिम्मेदारी हम सब की है। इसी तर्ज पर हमें औषधीय पौधों का संरक्षण करना चाहिए।