जावद। अपनी मांगों को लेकर 15 दिसंबर 2022 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारीयो के हड़ताल स्थल पर पहुँचकर कांग्रेस नेता प्रकाश जैन रांका ने अपना समर्थन दिया।
इस अवसर पर रांका ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार अपने ही वादे से मुकर रही है कोराना काल मे अपनी सेवाएं देने वाले इन कोराना योद्धाओं एनएचएम द्वारा जारी पत्र क्रमांक 2021/8753 द्वारा कहा गया था कि वित्त विभाग से अंतिम निर्णय लेकर 5 जून 2018 की नीति लागू कराई जाएगी, जिसे आज तक सरकार ने लंबित कर रखा हैं। मध्यप्रदेश सरकार की नीति कर्मचारियों के विरुद्ध है न तो यहां पेंशन की स्कीम लागू की गई हैं और नाही कर्मचारियों को वेतन समय पर मिल रहा हैं।
हड़ताल के सबन्ध में रांका ने आगे बताया कि कर्मचारियों की जायज मांगो को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए और सरकार को वादाखिलाफी नहीं करना चाहिये। अगर आज मध्यप्रदेश में कमलनाथ की कांग्रेस सरकार होती तो कर्मचारियों की मांगे पूरी हो चुकी होती।
रांका ने बताई कर्मचारियों की मांगे-
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मूलतः दो मांगे है प्रथम तो उन्हें अन्य राज्यों की भांति नियमित किया जाए एवं सीएचओ को MLHP कैडर में नियमित किया जाए और 5 जून 2018 की नीति लागू की जाए। कर्मचारियो की दूसरी मांग एनएचएम सपोर्ट स्टाफ को आउट सोर्सिंग से हटाकर तत्काल एनएचएम में वापस लिया जाए तथा निष्कासित कर्मचारियों को वापस लिया जाए।