डेंजरजोन से निकलने के बाद अब लगता है काबीना मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने चुनावी समर का बिगुल बजा दिया है उसी का परिणाम है की आगामी 15 जनवरी को भजन गायक कन्हैया मित्तल और भजन गायिका साक्षी अग्रवाल की भजन संध्या का भव्य आयोजन जावद में रखा गया है सभी जानते है की भजन गायक कन्हैया मित्तल हिंदुत्व की विचारधारा को स्पोर्ट करते है और उनका यह भजन पूरे देश में धूम मचा रहा है, ष्जो राम को लाये है, हम उनको लाएंगे।
गौरतलब है की गत दिवस भाजपा हाईकमान के पास जो सर्वे रिपोर्ट 230 विधानसभा की पहुंची है उसमे 70 विधायक डेंजरजोन में बताये गए और कहा गया की यदि इन सीटों पर उम्मीदवार नहीं बदले गए तो एमपी में सरकार की वापसी नहीं होगी, और एमपी विधानसभा चुनाव के बाद केंद्र के चुनाव होने है, ऐसे में एमपी में सरकार खोने का बुरा असर जनरल इलेक्शन पर पडेगा इसलिए भाजपा की चिंता ये है की एमपी में हर हाल में सरकार बनाई जाए और यह सरकार वर्तमान 70 विधायकों के टिकिट बदले बिना संभव नहीं होंगे हाईकमान के पास यह जो रिपोर्ट पहुंची है उसमे काबीना मंत्री सखलेचा की चिंता मिट गयी है क्योकि मंत्रीजी का नाम उन 160 जिताऊ उम्मीदवारों में है जो डेंजरजोन में नहीं है।
इस रिपोर्ट के आम होने के बाद लगता है काबीना मंत्री सखलेचा ने मोर्चा संभाल लिया है और चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है, आगामी 15 जनवरी को जावद में होने वाली भजन संध्या के आयोजन को उसी रूप में देख़ा जा रहा है क्योकि कन्हैया मित्तल आएंगे तो पूरी जावद विधानसभा क्षेत्र से लोग जमा होंगे वैसे इस आयोजन को ओमप्रकाश सखलेचा मित्र मंडल के नाम से किया जा रहा है, लेकिन ये सब जानते है की कन्हैया मित्तल के उस समय अधिक आयोजन दिखते है जब चुनाव होते हैं।
गुजरात चुनाव के बाद एमपी में यह आवाज़ तेजी से उठी की गुजरात फार्मूला एमपी में भी बीजेपी लागू करे और उसके बाद ही डेंजरजोन में शामिल विधायकों की सूचि सार्वजनिक हुयी इससे साफ़ है की यह सूचि सार्वजनिक कर पार्टी हाईकमान ने सीधे सीधे यह संकेत दे दिया की डेंजरजोन में आने वाले विधायक अपना सामान बाँध ले नीमच जिले से इस सूचि से बाहर एक मात्र विधायक सखलेचा ने सूचि के सार्वजनिक होने के बाद से ही जावद के दौरों में तेजी ला दी और आज उनके मित्र मंडल ने भजन संध्या के आयोजन का एलान भी कर दिया।