पिपलिया स्टेशन/आलोट। हमारे देश में एक जमाने में इंसान को इंसान नही समझाा जाता था, मानव को मानव से लड़ाया जाता है। एसे समय संत शिरोमणि रविदास का जन्म हुआ, संत रविदास जी बिरले संत थे, जिन्होंने मोक्ष प्राप्ति के बजाए वन कंद्राओं में जाकर समस्याओं से मुँह नही मोड़ा, बल्कि इस देश में जात-पांत, उंच-नीच, छुआछूत का भेदभाव समाप्त करने के लिए अलख जगाई व पाखण्ड, अंधविश्वास की जड़े हिला दी। उन्होंने देश के अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति की चिन्ता की थी, उनका कहना था कि एसा राज चाहू जहां, सभी को मिले अन्न, उंच-नीच सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न। यह बात प्रदेश कांग्रेस महामंत्री श्यामलाल जोकचन्द्र ने आलोट में संत शिरोमणि रविदासजी की जयन्ती पर अखिल भारतीय सूर्यवंशी समाज द्वारा आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कही।
जोकचन्द्र ने आगे कहा कि संत रविदासजी मानव को मानव से जोड़ा था। इस देश में वर्तमान में नफरत का वातावरण निर्मित किया जा रहा है, एसे समय में राहुल गांधी ने देश में भारत जोडों यात्रा निकालकर देश के इंसान को इंसान से जोड़ने का प्रयास कर संत रविदासजी के सपनों को साकार करने में लगे हुए है। देशवासियों को देश की अखण्डता के लिए एक-दूसरे से जुड़कर रहना होगा, विकास के साथ ही सभी को मिल-जुलकर रहने से ही देश की तरक्की संभव है।
रतलाम जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष वीरेन्द्रसिंह सोलंकी ने कहा संत रविदासजी की पद्चिन्हों पर चलना होगा, तभी देश की तरक्की संभव है।
इस अवसर पर रतलाम जिला पंचायत सदस्य संतोष पालीवाल, बाबू मन्सूरी, राजेश भारती, बगदीराम यादव, लक्ष्मण श्रीमाल, प्रकाश ररोतिया, विनोद परिहार, अमरलाल श्रीमाल, विक्रम वर्मा, संजय सूर्यवंशी, नागूलाल वर्दिया, दुर्गाशंकर सूर्यवंशी, गोर्धन रंगी, देवीलाल यादव, जितेन्द्र रंगी, मंगलेश सूर्यवंशी, मोहनलाल, जगदीश, विनोद, मुकेश, महेश राहुल सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। संचालन विक्रम चोहान ने किया। आभार मदनलाल राणावत ने माना। धर्मसभा से पूर्व दशहरा मेदान आलोट से कलशयात्रा निकाली, जो नगर भ्रमण के बाद कार्यक्रम स्थल पहुंची। जगह-जगह यात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत् किया।