नीमच। जिले के सिंगोली के कवई गांव में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर बालकिशन धाकड़ की जमीन पर अर्द्ध रात्रि में खड़ी फसल पर बुलडोजर चलाने का मामला गरमाता जा रहा है। यह मामला अब जिला प्रशासन, मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा और शिवराज सरकार के लिए मुसीबत बन गया है। प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाई के विरोध में आज बड़ी संख्या में किसान और कांग्रेस नेता रैली निकालकर जिला कार्यालय पहुंचे। किसानों ने अंबेडकर सर्कल पर बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद वाहन रैली निकाली। इस रैली में शामिल किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी करने लगे।
कलेक्टर कार्यालय पर एकत्रित किसानों को संबोधित करते हुए डीपी धाकड़ ने कहा कि हम बच्चों से ज्यादा प्यार से मेहनत करके अपनी फसल को खड़ा करते हैं। प्रशासन ने चोरी-छिपे आधी रात में हमारी फसल को उजाड़ दिया। हम ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को बर्बाद करके विकास यात्रा निकाली जा रही है। सरकार का कार्यकाल विकास नहीं विनाश की गाथा कहता है।
बालकिशन धाकड़ ने कहा कि प्रशासन ने बिना किसी नोटिस के कोर्ट के स्टे को मना करते हुए बिना कोई सीमांकन, नपती किए अतिक्रमण के नाम पर मेरी जमीन को छीन लिया, मेरी फसल को उजाड़ दिया। प्रशासन ने तानाशाही करते हुए कोर्ट के स्टे को बताने पर मेरे खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का प्रकरण दर्ज कर लिया। धारा 122 और धारा 110 में मेरे खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया। 150 पुलिस जवानों का बल लाकर बुलडोजर चलाकर मेरी फसल उजाड़ दी। कुएं पर बना मेरा दो मंजिला मकान भी गिरा दिया।
धरने पर बैठे किसानों और बालकिशन धाकड़ ने प्रशासन को ज्ञापन भी नहीं सौंपा। उनका कहना था कि जिस प्रशासन ने हमारी जमीन छीन ली और हमारी फसल उजाड़ दी, उसके आगे ज्ञापन देकर गुहार लगाने से क्या फायदा। धरने के दौरान पिछले 7 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे परसराम मीणा का जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया गया। बालकिशन धाकड़ ने प्रधानमंत्री राज्यपाल और मुख्यमंत्री को इस पूरे प्रकरण को लेकर एक पत्र भी लिखा है और निराकरण की एक माह में मांग करते हुए कहा है कि यदि मुझे फसल का मुआवजा नहीं मिला और मेरी जमीन नहीं लौटाई गई तो किसान भोपाल विधानसभा के बाहर धरने पर बैठेंगे।
इस अवसर पर किसान नेता उमराव सिंह गुर्जर, बालकिशन धाकड़, डीपी धाकड़, सत्यनारायण पाटीदार, राजकुमार अहीर, तरुण बाहेती, समृद्ध धाकड़, शिवकुमार पाटीदार, अनीता घनेटवाल, अंकित अहिर, रुखसाना खान, रामचंद्र धाकड़, शमीदा मिर्जा, ईश्वर धाकड़, कमलेश धाकड़, मंगला गुर्जर, शिवकुमार पाटीदार, शंभूलाल धाकड़ और बड़ी संख्या में किसान एवं कांग्रेस नेता मौजूद रहे।