ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर ने यूनियन बैंक बड़ागांव खुरैरी के बाबू (क्लर्क) को 18 हजार रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथ बैंक के अंदर पकड़ा है। बाबू लोन से जुड़े काम करता है। एक किसान के 1.77 लाख रुपए के लोन स्वीकृत होने के बाद भी उसकी राशि रिलीज करने के बदले 18 हजार रुपए मांग रहा था।
सोमवार शाम को लोकायुक्त ने फरियादी किसान के साथ पहुंचकर बाबू को बैंक में ही रिश्वत की रकम हाथ में लेते ही पकड़ लिया है। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
लोकायुक्त निरीक्षक कविन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि शहर के महाराजपुरा बेहटा निवासी जगदीश कुशवाह किसान है। उसके पिता के नाम जमीन है। उन्होंने यूनियन बैंक की बड़ागांव-खुरैरी ब्रांच से लोन के लिए आवेदन किया था। उनका 1.77 लाख रुपए का लोन स्वीकृत हो गया था। इसी बैंक में लोन शाखा का बाबू हरीश गोड़िया ने पहले भी किसान से लोन के काम कराने के बदले रिश्वत मांगी थी। अब जब लोन स्वीकृत हो गया है तो लोन की राशि यह खाते में रिलीज नहीं होने दे रहा था। कभी कोई बाधा डाल रहा था तो कभी कुछ। इस पर किसान जगदीश ने उससे बात की तो बाबू ने उसे साफ शब्दों में कहा कि लोन की 10 प्रतिशत राशि उसे चाहिए तभी उसकी रकम उसे मिल पाएगी। बाबू के लगातार परेशान करने से आहत होकर जगदीश ने 27 अप्रैल 2023 को लोकायुक्त एसपी से मामले की शिकायत की। इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने सभी सबूत जुटाकर मामला दर्ज किया और बाबू हरीश को घेरने के लिए सोमवार का दिन चुना था।
यूनियन बैंक पहुंचकर फरियादी जगदीश ने जैसे ही 18 हजार रुपए बैंक के बाबू हरीश गोड़िया को दिए वो उन्हें हाथ में लेकर गिन रहा था तभी लोकायुक्त पुलिस की टीम ने बाबू का हाथ पकड़ लिया। रुपए निगरानी में लेकर बाबू को लोकायुक्त कार्यालय लोकर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।