हरदा। मध्यप्रदेश के बैतूल-हरदा संसदीय क्षेत्र से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके ने पूर्व कैबिनेट मंत्री कमल पटेल को अपना सांसद प्रतिनिधि नियुक्त किया है। पूरे प्रदेश में हरदा ऐसा जिला है, जहां पूर्व मंत्री को सांसद प्रतिनिधि बनाया गया है।
इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म है। कांग्रेस ने कहा कि उनका राजनीतिक जीवन का अंत हो चुका है। वे किसी भी माध्यम से सत्ता में बने रहना चाहते हैं। पूर्व मंत्री एवं सांसद प्रतिनिधि कमल पटेल ने इस मामले में कहा- मुझे जिम्मेदारी मिली तो कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री उईके ने बताया, क्यों सौंपा दायित्व
सोमवार को हरदा पहुंचे सांसद उईके ने कहा- हरदा में हमारे दोनों विधायक नहीं हैं। मोदी कैबिनेट में केंद्रीय राज्यमंत्री के रूप में मुझे जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में सबसे योग्यतम व्यक्ति, जो राजनैतिक, प्रशासनिक और संगठनात्मक ढांचे में राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों और जनहितैषी योजनाओं को जिले के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में महती भूमिका निभा सकता है, ऐसे में उन्हें सांसद प्रतिनिधि का दायित्व सौंपा है।
पटेल ने कहा-कांग्रेस अपनी पार्टी को देखें
पूर्व मंत्री एवं सांसद प्रतिनिधि कमल पटेल ने कहा - हमारे केंद्रीय मंत्री या हमारा नेतृत्व किसी को कार्यकर्ता को कोई जिम्मेदारी सौंपता है तो उनके पेट में दर्द क्यों होता है। उन्हें कोई नैतिक अधिकार नहीं है। वह अपनी पार्टी को देखें। भाजपा के कार्यकर्ता के लिए कोई काम छोटा-बड़ा नहीं होता। सत्ता प्राप्त करना नहीं, सेवा करना हमारा मकसद है। यह दायित्व है, पद नहीं है।
कांग्रेस ने कहा-वे सत्ता की लोलुपता से घिरे
कांग्रेस प्रवक्ता आदित्य गार्गव ने कहा- पूर्व मंत्री कमल पटेल का यह प्रयास वैसा ही है, जैसे एक छात्र एमए में मैरिट होल्डर रहा हो। बाद में वह 8वीं का पेपर दे दे। मिडिल स्कूल में एडमिशन ले ले। एक ओर खुले तौर पर खुद को मप्र के सीएम का दावेदार बता चुके थे। ऐसा व्यक्ति प्रोटोकॉल के तहत पंच से नीचे काम करेगा। इससे जाहिर होता है कि किसी तरह से वे सत्ता की लोलुपता से घिरे हैं।