नीमच। केंद्र सरकार द्वारा अफीम नीति अभी तक जारी नहीं होने पर कांग्रेस की इंका नैत्री स्नेहलता विजय शर्मा ने किसानों की परेशानी पर चिंता जताई है। शर्मा ने कहा कि सितम्बर माह तक तो अफीम नीति जारी हो जानी चाहिए थी, ताकि बोवनी समय पर हो जाती तो फसल की अच्छी आवक की उम्मीद बनी रहती। निर्धारित समय पर अफीम उत्पादक किसान फसल बोकर अच्छा परिणाम आने की आशा करता है। अफीम उत्पादन के मामले मे नीमच जिला अग्रणी है।
अत्यधिक श्रम और मेहनत कर अन्नदाता अच्छी फसल तैयार कर औसत पूरा करने में रात दिन मेहनत करते हैं। आज की वर्तमान स्थिति ये है अन्नदाताओं ने खेत हकाई जुताई कर तैयार कर रखे हैं। कहीं-कहीं बारिश होने से किसानों को दोबारा खेत की ढलाई करानी पडी। सही समय पर अफीम फसल नीति घोषित नहीं होने से फसल देरी से बोई जाएगी। इसी देरी के चलते फसल मार्च के आखिरी में या अप्रैल तक तैयार होगी तो तब तक गीष्म ऋतु प्रारम्भ हो जाएगी। गर्मी के कारण फसल में कई तरह की बीमारियों का भी प्रकोप बढ़ जाएगा, जिसके चलते शायद अफीम औसत भी पूरा ना हो पाए ये चिंता अन्नदाताओं को सताए जा रही है।
नैत्री शर्मा ने कहा कि खुद को किसान हितेषी कहने वाली सरकार भाजपा को किसानों की चिंता की लकीरें दिखाई नहीं दे रही है। केंद्रीय वित मंत्री निर्मला सितारमण जी किसान हित को देखते हुए जल्द ही अफीम फसल नीति 2024-2025 घोेषित करें, जिससे की क्षेत्र के किसानों को राहत मिले।