भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी बनने के बाद से ही प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। वहीं इस बीच सीएम डॉ मोहन यादव के बयान पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पलटवार किया है। पटवारी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पर्ची पर चुनें गए मुख्यमंत्री प्रदेश की चिंता छोड़कर कांग्रेस कार्यकारिणी पर बात कर रहे हैं।
पीसीसी चीफ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पर्ची पर चुनें गए मुख्यमंत्री प्रदेश की चिंता छोड़कर कांग्रेस कार्यकारिणी पर बात कर रहे हैं। मेरा सुझाव है, उन्हें जंगलराज बन चुके मध्यप्रदेश को बचाने पर गंभीर चिंतन करना चाहिए। देश को आजादी दिलाने वाला दल अपने सरोकारों को सिद्ध करना जानता है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पर्ची पर चुनें गए मुख्यमंत्री प्रदेश की चिंता छोड़कर कांग्रेस कार्यकारिणी पर बात कर रहे हैं! मेरा सुझाव है, उन्हें जंगलराज बन चुके मध्यप्रदेश को बचाने पर गंभीर चिंतन करना चाहिए! देश को आजादी दिलाने वाला दल अपने सरोकारों को सिद्ध करना जानता है!३
सीएम मोहन ने कसा था तंज
कांग्रेस की नई कार्यकारिणी पर सीएम मोहन ने तंज कसते हुए रविवार को कहा था कि यह कार्यकारिणी कांग्रेस की अंदरूनी फूट और फजीहत की परिचायक है। उन्होंने ऐसी कार्यकारिणी कभी नहीं देखी जिसमें महासचिवों की तादाद उपाध्यक्षों से ज्यादा हो। उन्होंने कहा कि काम करने के इन्हीं तरीकों के कारण कांग्रेस अपने पतन की ओर जा रही है। इसमें मैं भला क्या कह सकता हूं क्योंकि यह कांग्रेस संगठन के अंदर की राजनीति है। जब वे (कांग्रेस) समय के साथ चलना ही नहीं चाहते, तो कोई कैसे उन्हें चला सकता है।