भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी को लेकर पार्टी के अंदर ही कलह बढ़ते जा रहा है। 10 महीने के लंबे इंतजार के बाद जारी हुई सूची से भले ही पीसीसी चीफ जीतू पटवारी कार्यकारिणी को लेकर डैमेज कंट्रोल करने में जुटे हुए हो, लेकिन अब उनके ही क्षेत्र के नेताओं ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। कांग्रेस के नाराज नेता मोनू सक्सेना जीतू पटवारी पर बड़ा आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा है।
चापलूसी करने वालों को जगह दी गई- मोनू सक्सेना
मोनू सक्सेना ने कहा कि सुरेश पचौरी जो बीजेपी में चले गए हैं उनके लोगों को बड़े-बड़े पद दिए गए है।मंत्री विश्वास सारंग के साथ घूमने वाले नेताओं को कार्यकारिणी में जगह दी गई है। चापलूसों को जगह मिली है, लेकिन संघर्ष करने वाले नेताओं को अनदेखा किया गया है। सक्सेना ने कहा मेरे संघर्ष का सम्मान नहीं किया गया। विधानसभा की एक सीट जीतने के लिए मैंने शहर अध्यक्ष पद छोड़ा था।उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी के लिए 20 साल में हजारों आंदोलन किया और हजारों बार जेल गया, उसके बाद भी मुझे सूची में उचित स्थान नहीं दिया गया। इस अनदेखी को लेकर वह राष्ट्रीय नेतृत्व से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के संदेश को जनता तक पहुंचाने का काम करता रहूँगा।
दरअसल मंगलवार की रात में कांग्रेस कार्यकारिणी की दूसरी सूची जारी हुई थी, लेकिन बुधवार सुबह ही पार्टी में सचिव बनाए गए इंदौर के अमन बजाज और भोपाल के मोनू सक्सेना ने पद नहीं लेने का एलान कर दिया। मोनू सक्सेना ने कहा कि आपकी तरफ से मुझे प्रदेश कांग्रेस में सचिव का महत्वपूर्ण पद मुझे दिया गया है, लेकिन आप से अनुरोध है कि मेरे प्रदेश सचिव स्थान पर किसी अन्य अनुभवी य युवा साथी को पदस्थ कर पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करे।